विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक्स पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। इसमें कहा गया, " मानवीय सहायता के लिए प्रतिबद्ध...भारत ने नाइजीरिया में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 15 टन सहायता भेजी है। आने वाले समय में 60 टन अतिरिक्त सहायता और भेजी जाएगी।"
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस सहायता में भोजन, चटाई, कंबल, वाटर प्यूरिफिकेशन सप्लाई और अन्य राहत सामान शामिल हैं।
इस साल नाइजीरिया के अधिकतर हिस्सों में आई बाढ़ के कारण अब तक कम से कम 321 लोगों की मौत हो गई है और 740,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
इसके अलावा, सबसे अधिक आबादी वाले अफ्रीकी देश में लंबे समय तक हुई बारिश के कारण आई बाढ़ में लगभग 2,854 लोग घायल हुए हैं। दक्षिण-पूर्वी राज्य अनाम्ब्रा के गवर्नर चुक्वुमा सोलुडो ने यह जानकारी उपराष्ट्रपति काशिम शेट्टीमा की अध्यक्षता में आयोजित मासिक राष्ट्रीय आर्थिक परिषद की बैठक के बाद दी।
सोलुडो ने कहा, "देश बाढ़ की वजह से राष्ट्रीय आपातकाल का सामना कर रहा है और अब तक की रिपोर्ट में इसे एक बड़ी राष्ट्रीय आपदा बताया गया है। बड़े पैमाने पर विस्थापन, जान-माल की हानि, तथा घरों को नुकसान हुआ है।"
उन्होंने आगे कहा, "देश के 36 में से 34 राज्यों में बाढ़ आई है और इसकी वजह से 774 स्थानीय सरकार क्षेत्रों (एलजीए) में से 217 प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा विनाशकारी बाढ़ की वजह से 740,743 लोगों ने अपना घर छोड़ा है। इस बाढ़ की वजह से 281,000 घरों और 258,000 खेती योग्य भूमि नष्ट या प्रभावित हुई है।"
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने नाइजीरिया में मदद जारी रखने की अपील की है।