योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति की उप विभाग निदेशक किम यो-जोंग ने यह बात कही। उन्होंने दक्षिण कोरिया पर सीमा से सटे क्षेत्रों में राजनीतिक आंदोलन के पर्चे और गंदी चीजें गिराए जाने का आरोप लगाया।
उत्तर की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी द्वारा दिए गए एक बयान में उन्होंने बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा, 'हम आरओके (दक्षिण कोरिया का आधिकारिक नाम) के बदमाशों की शर्मनाक और गंदे कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने हमारी बार-बार की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए एक बार फिर डीपीआरके विरोधी राजनीतिक और षड्यंत्रकारी आंदोलन को भड़काने की कोशिश की है।'
उन्होंने कहा, 'ऐसा कोई घर का मालिक नहीं होगा जो साफ-सुथरे आंगन में बिखरे ऐसे गंदे कचरे पर शायद ही कभी क्रोधित न हो, ऐसी गंदगी जिसे एक कुत्ता भी छूना पसंद नहीं करता।'
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरियाई कार्यकर्ताओं द्वारा सीमा पार प्योंगयांग विरोधी प्रचार पर्चे और दक्षिण कोरियाई उपभोक्ता सामान ले जाने वाले गुब्बारे भेजने पर गुस्से में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
किम ने कहा कि उत्तर कोरिया के सुरक्षा बलों ने उन इलाकों को बंद कर दिया है, जहां पर्चे मिले थे और उन्हें नष्ट करने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, धैर्य की भी एक सीमा होती है। सबसे घिनौने श्राप के खिलाफ डीपीआरके के लोगों का गुस्सा चरम पर है। अब इन बदमाशों को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।
पहली बार नहीं है कि तानाशाह की बहन किम ने पड़ोसी देश को धमकाया है। कई मौकों पर वो चेतावनी दे चुकी हैं। इससे पहले भी उन्होंने अपने देश की सीमा के भीतर ड्रोन देखे जाने के बाद कहा था कि दुश्मन देश को अंजाम भुगतना होगा।