मोहम्मद फजलुर रहीम ने कहा कि जिस तरह से उनकी पार्टी ने सदन में वक्फ संशोधन बिल 2024 के खिलाफ आवाज उठाई। जिसके बाद बिल को चर्चा के लिए जेपीसी में भेजा गया, उसके लिए हमने सीएम सिद्धारमैया को धन्यवाद दिया। हमने उन्हें बिल कई खामियां भी बताई। उनसे अनुरोध किया है कि जेपीसी के सामने यह जाना चाहिए। जेपीसी ने अभी दो दिन पहले सभी से सुझाव मांगे हैं।
बता दें कि जेपीसी ने बिल पर अपना पक्ष रखने के लिए कई मुस्लिम संगठनों को आमंत्रित किया था। इसमें ऑल इंडिया सुन्नी जमीयत-ए-उलेमा- मुंबई, इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स -नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधि शामिल थे।
लोक सभा सचिवालय की तरफ से विज्ञापन जारी कर यह बताया गया है कि, वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर कोई भी व्यक्ति या संस्था डाक, फैक्स और ईमेल के माध्यम से अपने सुझाव जेपीसी को भेज सकती है।
इसमें कहा गया है कि, समिति को लिखित ज्ञापन या सुझाव देने के इच्छुक लोग अंग्रेजी या हिंदी में दो प्रतियां संयुक्त सचिव (जेएम), लोकसभा सचिवालय, कमरा नंबर 440, पार्लियामेंट हाउस एनेक्सी, नई दिल्ली-110001, पर भेज सकते हैं। इस विज्ञापन के प्रकाशन की तारीख से 15 दिनों के भीतर सुझाव भेजे जा सकते हैं। 'वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024' की कॉपी लोकसभा की वेबसाइट पर हिंदी और अंग्रेजी में अपलोड है। समिति को सौंपे गए ज्ञापन या सुझाव समिति के रिकॉर्ड का हिस्सा होंगे और उन्हें 'गोपनीय' माना जाएगा। ये समिति के विशेषाधिकारों से भी जुड़े माने जाएंगे।