भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार यादव के अनुसार, गांव में फैक्ट्री का संचालन लंबे समय से चल रहा था।
यादव ने कहा, हमें बंदूक फैक्ट्री के बारे में सूचना मिली, जो नया भोजपुर थाना के अंतर्गत चंदा गांव में वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव के घर में चल रही थी।
इसके बाद मामले की जांच के लिए डुमरांव के एसडीपीओ आफाक अख्तर अंसारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने परिसर पर छापेमारी की। इस दौरान, सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, कुछ लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
छापेमारी के दौरान भोजपुर पुलिस ने एक पिस्टल, 35 टाइगर प्लेट, 36 कॉर्क रॉड, 33 बैरल, 20 बट, तीन ड्रिल मशीन, एक लेथ मशीन, एक ग्राइंडर और तीन मोबाइल फोन बरामद किये।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, पिंटू शाह, मोहम्मद आजाद, मोहम्मद मोनू, मोहम्मद अब्दुल, मोहम्मद राजू और मोहम्मद इकबाल के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, मिनी गन फैक्ट्री के संचालन का सरगना वीरेंद्र श्रीवास्तव है।
एसपी ने बताया कि वीरेंद्र और पिंटू दोनों भोजपुर और सीतामढ़ी जिलों के मूल निवासी हैं, जबकि अन्य आरोपी मुंगेर जिले के रहने वाले थे और कारखाने में श्रमिक थे। वे देसी पिस्तौल और "कट्टा" बनाने में कुशल थे।
एसपी यादव ने आगे बताया कि नया भोजपुर थाने में आर्म्स एक्ट और बीएनएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे मामले की जांच जारी है। साथ ही पुलिस उन आरोपियों के लिंक की जांच कर रही है जिन्हें बंदूकें सप्लाई की जा रही थीं।