उन्होंने कहा, "इस मामले पर किसी भी तरह से कोई प्रतिक्रिया देने का मुझे कोई अधिकार नहीं है। लेकिन, इस बात में सच्चाई है कि अंग्रेजों और मुगलों ने हिन्दू समाज को बांटने का काम किया। आजादी के बाद कांग्रेस और उससे निकली विभिन्न पार्टियों के कुछ नेताओं ने वोट बैंक के लिए हिंदू समाज को बांटने और तोड़ने का प्रयास किया, जो आज भी जारी है। लेकिन, मैं समझता हूं कि हिन्दू समाज को जागना होगा और एकजुट होना होगा।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और इनके नेताओं ने जाति, धर्म, संप्रदाय, भाषा के नाम पर हिंदू समाज को बांटने का प्रयास किया है। कांग्रेस और उससे जुड़े हुए राजनीतिक दलों की मानसिकता सिर्फ इतनी है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए नीचे स्तर तक चले जाते हैं। इसकी वजह से हिंदू समाज अपने आप को कुंठित महसूस कर रहा था। लेकिन, अब हिंदू जाग गया है। आजादी के दौरान देखा गया था कि किस तरीके से पाकिस्तान और बांग्लादेश बना।
विनोद बंसल ने बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हाल की घटनाओं को देखें तो बांग्लादेश में हिन्दुओं का टारगेट किया गया। हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर किया गया। वहां पर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के लिए भी दबाव बनाया गया। वहां हिंदुओं को मरने के लिए छोड़ दिया गया। वहां दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडालों पर हमला किया गया। मां दुर्गा की मूर्ति को तोड़ा गया, उनके भक्तों पर अत्याचार किया जा रहा है। यह सब हिंदुओं के बंटने की वजह से हुआ है। यह सच्चाई है कि आज भी हिंदू अगर एक नहीं हुआ तो परिस्थितियां बड़ी भीषण बनने वाली हैं।
उन्होंने कहा, "समाज का मतलब है भारतीय समाज। भारतीयता से जुड़ा हुआ समाज, भारतीय मूल्यों को मानने वाला समाज। इसलिए एक होना बहुत जरूरी है।"