संजय राउत ने हादसे को लेकर कहा कि जब से प्रधानमंत्री मोदी की सरकार सत्ता में आई है और अश्विनी वैष्णव को एक बार फिर रेलवे का जिम्मा सौंपा गया है, तब से पूरे देश में 25 से अधिक बड़े रेल एक्सीडेंट हुए हैं, जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई जैसे शहर में सबसे ज्यादा यात्री प्रवास करते हैं। लेकिन यहां की हालत पर सवाल हैं। वो लोग बुलेट ट्रेन, मेट्रो और हाईस्पीड ट्रेन की बात करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
उन्होंने कहा कि बांद्रा हादसे में जो यात्री घायल हुए हैं, इसका जिम्मेदार आखिर कौन है? चाहे रेलवे की बात करें या बीएमसी की, सबसे ज्यादा रेवेन्यू मुंबई से मिलता है। लेकिन मुंबई को ही लूटने का काम चल रहा है।
बता दें कि मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर रविवार तड़के करीब तीन बजे बड़ा हादसा हुआ था। दरअसल, मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई। जिसमें कई यात्री घायल हो गए।
यहां पर साप्ताहिक चलने वाली बांद्रा गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन को भी फिर से शेड्यूल कराना पड़ा। इस ट्रेन को सुबह 5:10 पर निकलना था। लेकिन री शेड्यूल होने के बाद रविवार को सुबह गाड़ी प्लेटफार्म पर देरी से पहुंची।
हादसे को लेकर बताया गया कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर भीड़ बहुत ज्यादा थी जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मी काबू नहीं कर पाए और हादसा हो गया।