रामदास आठवले ने कहा कि कई पार्टियों में बागी उम्मीदवारों की संख्या बढ़ रही है, जो पार्टी के लिए समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। हालांकि, हमें पूरा विश्वास है कि "हमारे, यानी महायुति के" बागी उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के नेताओं पर विश्वास रखते हैं। इसलिए, मैं उम्मीद करता हूं कि 4 नवंबर तक 99 फीसदी रिबेल उम्मीदवार अपनी उम्मीदवारी वापस ले लेंगे। बता दें कि 4 नवंबर नाम वापस लेने का आखिरी दिन है।
उन्होंने कहा कि पार्टी में टिकट वितरण के समय नाराजगी की समस्या होती है। अगर एक को टिकट दिया गया तो दूसरा नाराज हो जाता है और अगर दूसरे को दिया गया तो पहला नाराज हो जाता है। लेकिन, बागी उम्मीदवारों को पार्टी के हित में सोचना चाहिए।
आठवले ने महा विकास अघाड़ी के नेताओं के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अरविंद सावंत का बयान महा विकास अघाड़ी के लिए विनाशकारी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति बिना पानी की मछली की तरह है, जो सत्ता के बिना तड़प रही है। प्रधानमंत्री मोदी पंडित नेहरू के लगातार 15 साल प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ने वाले हैं, जिसके कारण कांग्रेस नाराज है।
उन्होंने महा विकास अघाड़ी में शामिल समाजवादी पार्टी के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि अखिलेश यादव को विचार करना चाहिए कि अगर उन्हें पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही हैं, तो उन्हें महा विकास अघाड़ी से बाहर आना चाहिए।