दूसरी तरफ, दियारा से हर साल सैकड़ों की तादाद में छठ पूजा के लिए दानापुर शहरी घाटों पर आने वाले लोगों को इस बार काफी समस्या हो रही है। दरअसल, इन घाटों पर आस्था के महापर्व छठ के लिए भारी संख्या में व्रती अपने परिवार संग आती थीं। लेकिन, इस बार पीपा पुल नहीं जुड़ने से उनके समक्ष समस्या बढ़ गई है। पीपा पुल नहीं बनने से दानापुर के दियारा के छह पंचायत के सैकड़ों लोग प्रभावित हो रहे हैं। खास तौर पर वे लोग जो छठ पूजा मनाने के लिए पीपा पुल से होते हुए दानापुर शहरी घाटों पर आते थे। मौजूदा समय में लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है जो काफी जोखिम भरा है।
पीपा पुल को लेकर राजद सांसद मीसा भारती ने कहा, "हर वर्ष छठ पूजा के लिए पीपा पुल को जोड़ दिया जाता है। हमें जानकारी मिली है कि इस बार इस पुल को नहीं जोड़ा गया है। प्रशासन और सरकार को बताना चाहिए पुल को क्यों नहीं जोड़ा गया। हमें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन एक चीज तो साफ है कि लोगों को असुविधा होगी। अब भी समय है, हम बात करेंगे। प्रशासन ने नाव से आवाजाही को लेकर इसलिए मना किया है क्योंकि नाव पर ज्यादा लोग होने से हादसा होने का डर लगा रहता है।"
बच्चे के साथ नाव पर यात्रा कर रही जूही कुमारी ने बताया कि पीपा पुल के नहीं होने से समस्या हो रही है। पुल बन जाता तो आने जाने में आसानी होती।
संजय कुमार ने बताया कि हर साल पीपा पुल जोड़ दिया जाता था। लेकिन इस बार छठ पूजा से पहले पीपा पुल नहीं जोड़ा गया है। छठ पूजा का सामान लाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रिशु कुमार ने कहा, "बहुत परेशानी हो रही है। प्रसाद गांव ले जाने में दिक्कत हो रही है। एक मात्र नाव का ही सहारा है।"