अशोक चव्हाण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव-प्रचार जोरों पर है। राज्य में महायुति गठबंधन की स्थिति अच्छी है और इस गठबंधन में शामिल सभी दल मिलकर एकनाथ शिंदे, अजित पवार, देवेंद्र फडणवीस और पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। हमारी स्थिति निश्चित तौर पर बहुत मजबूत है और लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं। जितनी भी योजनाएं हमने जनता के हित में चलाई हैं, वे कारगर साबित हुई हैं।"
भाजपा नेता ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "वे लोग तेलंगाना के आधार पर महाराष्ट्र में वोट मांग रहे हैं, जबकि महाराष्ट्र के किसी नेता का फोटो तेलंगाना सरकार के विज्ञापन में नहीं हैं।"
अशोक चव्हाण ने तेलंगाना सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, "तेलंगाना सरकार की कई योजनाएं बंद होने की कगार पर हैं और कृषि कर्ज माफ करने के लिए उन्हें 33 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक रकम की जरूरत है। किसानों को सिर्फ आधे पैसे मिले हैं और 16 लाख से अधिक किसानों को अब तक पैसा नहीं मिला है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार ने हर साल किसानों को 15 हजार रुपये और महिलाओं को 2,500 रुपये देने का ऐलान किया था। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इसे पूरा नहीं किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "जो सरकार अपने वादों को अब तक पूरा नहीं कर पाई है, उसकी मिसाल देकर महाराष्ट्र में वोट मांगे जा रहे हैं। यह बहुत हास्यास्पद और मजाकिया बात है। महाराष्ट्र का चुनाव परफॉर्मेंस पर आधारित है, क्योंकि जनता पूछती है कि आपने क्या किया। हमारा ढाई साल का परफॉर्मेंस लोगों के सामने हैं।"
भाजपा नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फेक नैरेटिव फैलाया गया कि अगर भाजपा दोबारा आएगी तो संविधान बदल दिया जाएगा और आरक्षण रद्द हो जाएगा। लेकिन ऐसा कोई भी आदेश अमल में नहीं लाया गया है। पीएम मोदी और भाजपा ने स्पष्ट किया है कि उनके द्वारा फेक नैरेटिव सेट करके लोगों को बहकाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमने कभी संविधान बदलने के बात नहीं की है।"