मुख्तार अब्बास नकवी ने को बताया कि जो लोग इस तरह की बेवकूफी कर रहे हैं, उनको भी पता है कि हमारे संविधान में विधानसभा के क्या अधिकार हैं और संसद के क्या अधिकार हैं? ऐसे में अगर वो संसद के अधिकार पर अतिक्रमण करने की बेवकूफी में लगे हों, तो उसका कोई फायदा नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि अब 370 पाताल में जा चुका है, जो कभी नहीं आ पाएगा। लेकिन उसके बावजूद अगर आप ऐसी हरकत कर रहे हैं, तो उसका मकसद यह है कि 370 के खात्मे के साथ जम्मू-कश्मीर के समस्याओं का समाधान हुआ है। सबने देखा कि चुनाव में लोगों ने अपने मतों का इस्तेमाल किया। लेकिन कुछ अलगाववादी ताकतें हैं, जिनके वे हितैषी हैं।
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति बने, जिस पर पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने बधाई दी। लेकिन वहीं, मणिशंकर अय्यर ने उनको चरित्रहीन बताया, इस पर भाजपा नेता ने अय्यर को विवादित इंसान कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे हताश और निराश लोग समय-समय पर रंग में भंग डालने में माहिर होते हैं। उन्होंने इतिहास में कई विवादित बयान दिए हैं। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र का दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र ने स्वागत किया है।
जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने सवाल किया है कि वो अकेले ही लोगों से मिल रहे हैं। इस पर नकवी ने कहा कि तर्कों की तंगी वाले कुर्तकों के हुड़दंगी बन गए हैं। विपक्ष के पास न तो लॉजिक है और न ही कोई तर्क है। उनको बात करनी चाहिए, लेकिन वो बहिष्कार में लगे हुए हैं, जिससे कोई फायदा नहीं होने वाला है।
उन्होंने आगे कहा कि वक्फ के सिस्टम में संवैधानिक सुधार की जरूरत है और इस पर सांप्रदायिक हमला करके किसी को कोई फायदा नहीं मिलेगा। इस पर सैकड़ों साल से संवैधानिक सुधार की बात होती रही है, लेकिन हर सुधार पर सांप्रदायिक हमला होता रहा है।