उन्होंने से बात करते हुए कहा, “पिछले 10 साल में भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में एक अमिट छाप छोड़ी है। पूरी दुनिया आज आर्थिक मंदी की चपेट में है। अमेरिका में वस्तुओं की कीमत में 30 से 40 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई। ऐसे समय में एक ही देश की अर्थव्यवस्था स्थाई है और जीडीपी की विकास दर के मामले में सबसे आगे है, वह देश है भारत। एक समय था जब हम दुनिया से हथियार खरीदते थे, आज हम दुनिया को हथियार दे रहे हैं। कोविड काल में भारत ने दुनिया के सामने मिसाल कायम किया। उसी के आधार पर आज व्लादिमीर पुतिन पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं। हम हमेशा से कहते रहे हैं कि द्विध्रुवीय नहीं, हमें बहुध्रुवीय दुनिया बनानी है।”
इसके बाद वक्फ बिल पर विपक्ष के विरोध पर उन्होंने कहा, “विपक्षी संयुक्त संसदीय समिति के आयोजन में शामिल होने से मना कर रहे हैं, इसका कारण यह है कि उनके पास अब कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। 13 सालों में तृणमूल कांग्रेस ने जो संपत्ति की लूट की है, वह पहले कभी नहीं हुई। यह लूट सिर्फ ग्रामीण इलाकों में नहीं, बल्कि कोलकाता जैसे शहर में भी हुई है, जहां पुलिस स्टेशन के सामने मकान है और हाई कोर्ट के नोटिस की भी अवहेलना की गई है। इसी तरह से लूट खसोट के साथ कंस्ट्रक्शन के काम हो रहे हैं। पिछली सरकारों की तुलना में इसने जितनी लूट मचाई है, वह विश्वास के लायक नहीं है। वक्फ बिल के बहिष्कार के जरिए, ममता बनर्जी अल्पसंख्यकों को यह संदेश देना चाहती हैं कि वह उनके साथ हैं, और यह एक सोची-समझी राजनीतिक चाल है।”
इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्राफी के लिए पाकिस्तान न जाने पर उन्होंने कहा, “इससे सारे देशवासी बहुत खुश होंगे। पाकिस्तान ने हिंदुस्तान पर सिर्फ हमले करवाए हैं। उनके पास खाने को नहीं है, फिर भी वह भारत जैसे देश पर उंगली उठाते हैं।”