उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि आखिर महाराष्ट्र में इस तरह के बयानों की जरूरत इन लोगों को क्यों पड़ रही है।
शिवसेना नेता ने कहा कि मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में हम लोग सेफ हैं। किसी को किसी से कोई खतरा नहीं है। लेकिन, जिस तरह के बयान भाजपा दे रही है, उससे जरूर हम लोग अनसेफ हो जाएंगे। मेरी भाजपा नेताओं को यही हिदायत है कि वो मेहरबानी करके इस तरह के बयान देकर महाराष्ट्र में तनाव पैदा करने की कोशिश बिल्कुल ना करें।
वहीं ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के बयान पर संजय राउत ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। अब इन लोगों का 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा नहीं चला, तो ये लोग 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' का नारा दे रहे हैं। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम लोग बिल्कुल सेफ हैं। हमें कोई खतरा नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने भी बाला साहब ठाकरे के साथ काम किया है। हमें बहुत अच्छे से पता है कि किसके लिए कैसी भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि राज ठाकरे भाजपा और देवेंद्र फडणवीस के लिए बहुत खास हैं, जो वहां से उन्हें स्क्रिप्ट भेजा जाता है, उसे वो पढ़ देते हैं। उन्हें महाराष्ट्र के स्वाभिमान और अस्मिता के बारे में कुछ भी नहीं पता है, इसलिए वो ऐसा कर रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के धुले में एक रैली को संबोधित करते हुए 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' का नारा दिया था।
उन्होंने महाविकास गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा था कि इनकी गाड़ी में वैसे भी न पहिए हैं, न ब्रेक हैं और ड्राइवर की सीट पर बैठने के लिए भी झगड़ा हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था कि अगर कोई महाराष्ट्र में विकास की बयार बहा सकता है, महाराष्ट्र में प्रगति ला सकता है, तो वह केवल महायुति ही है।