उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विभाग को आदेश दिया गया है कि वे भी अपने-अपने यहां नाइट शिफ्ट में काम करने वाले गार्ड/कर्मचारियों को हीटर उपलब्ध करवाएं। दिल्ली वालों के सहयोग और सरकार द्वारा उठाए गए कदम से दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए जितने भी अभियान चलाए गए हैं, उसमें सफलता मिल रही है। सर्दियों के मौसम में होने वाले प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 25 सितंबर को 21 फोकस प्वाइंट पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की सरकार ने घोषणा की थी। जिसके आधार पर संबंधित विभाग इसे जमीन पर लागू करने के लिए गंभीरतापूर्वक कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई अभियान चला रही है, जैसे एंटी डस्ट अभियान, बायो डी कंपोजर का छिड़काव, वृक्षारोपण अभियान, जागरूकता अभियान आदि। पूरे दिल्ली में सड़कों पर 200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन से पानी के छिड़काव का अभियान शुरू किया गया है। विंटर में खुले में आग जलाने से भी प्रदूषण बढ़ता है, इसलिए सरकार द्वारा 6 नवंबर से एक महीने के लिए दिल्ली में एंटी ओपन बर्निंग अभियान शुरू किया गया है। टीम 24 घंटे दिल्ली में ओपन बर्निंग की घटनाओं की निगरानी और उसे रोकने का काम करेगी। सरकारी विभाग, आरडब्ल्यूए, निर्माण एजेंसियों को सुरक्षा गार्डों को बिजली के हीटर वितरित करने का निर्देश दिया गया है, ताकि खुले में बायोमास और ठोस अपशिष्ट को जलाने को हतोत्साहित किया जा सके।
गोपाल राय ने कहा कि आगे ठंड और बढ़ेगी, इससे ओपन बर्निंग की घटनाएं भी बढ़ेंगी। दिल्ली के प्रदूषण में ओपन बर्निंग की भी एक अहम भूमिका होती है। पिछले साल हमने आरडब्ल्यूए को एडवाइजरी जारी कर कहा था कि वे अपनी-अपनी सोसाइटी में सिक्योरिटी गार्डों को हीटर प्रदान करें, जिससे वे ठंड से बचने के लिए खुले में आग न जलाएं। इस बार आरडब्ल्यूए के साथ-साथ दिल्ली में जितने सरकारी विभाग हैं, जहां गार्ड की नाइट शिफ्ट होती है, उन्हें इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। साथ ही सभी प्राइवेट संस्थानों तथा कंस्ट्रक्शन साइटों को, जहां पर भी गार्ड की नाइट शिफ्ट होती है, उन्हें हीटर उपलब्ध कराने के लिए निर्देश जारी किया गया है।