इस सम्मेलन में एनडीए में शामिल सभी घटक दलों के कार्यकर्ता शामिल होंगे। बताया जाता है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी। इसमें अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा गया था कि अगले चुनाव में दल के बजाय एनडीए की बात की जाए। इस दौरान उन्होंने ऐसे सम्मेलन पर भी विचार करने की सलाह दी थी।
माना जाता है कि इससे न केवल कार्यकर्ताओं में सामंजस्य बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि मतदाताओं में भी एनडीए को लेकर बेहतर संदेश दिया जा सकेगा।
भाजपा के प्रवक्ता राकेश सिंह कहते हैं कि एनडीए के सभी घटक दल एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मेलन होते रहते हैं, इसमें कोई नई बात नहीं है। उन्होंने इस सम्मेलन को लेकर साफ तौर पर तो कुछ नहीं बताया। लेकिन, इतना जरूर कहा कि अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, उसको लेकर सभी घटक दलों के नेताओं के बीच चर्चा होती रहती है।
जदयू के एक नेता के मुताबिक अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। इस कारण इससे पहले सम्मेलन, बैठक आम बात है। इन सभी बैठकों में केंद्र और प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं और उसके लाभ की चर्चा होगी।
बताया गया है कि इस सम्मेलन के जरिए टिकट को लेकर स्थिति भी साफ हो जाएगी और गठबंधन में सीटों की अदला-बदली की स्थिति पर भी चर्चा होगी।