संजय सेठ के पुत्र ऐश्वर्य सेठ ने मतदान करने के बाद से बात की। कहा, “इस बार सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का रहा। साल 2019 से 2024 तक राज्य में बेरोजगारी चरम पर रही। दूसरा पेपर लीक का मामला भी चरम पर रहा। राज्य के युवा जब परीक्षा देकर निकलते थे तो उन्हें पता चलता था कि पेपर लीक हो गया है। यह बहुत बड़ा मुद्दा है। युवाओं में आक्रोश है। इसी के चलते राज्य में परिवर्तन होगा। पिछले महीने जो हमारी परिवर्तन यात्रा रही, उसमें युवा हमारे साथ जुड़ते चले गए। 2024 में राज्य में एनडीए की सुशासन वाली सरकार बनेगी, जो राज्य के हर वर्ग के बारे में सोचेगी।”
इसके बाद संजय सेठ की पत्नी नीता सेठ ने भी से बात की। उन्होंने कहा, “हमने आज झारखंड को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए वोट किया है। साथ ही राज्य में विकास लाना है। राज्य में इस सरकार में कोई विकास नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार फैला हुआ है। हमने नई सरकार और परिवर्तन लाने के लिए वोट किया है।”
बता दें कि झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने रांची स्थित श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान के मतदान केंद्र पर वोट डाला। साथ ही उन्होंने सभी नागरिकों से लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। राज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, "सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें।"
झारखंड में दूसरे और अंतिम चरण की 38 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।