पाल समाज के लोगों का आरोप है कि सुरवाया थाने के हाईवे पर रखे गए पुलिस बैरिकेड से टकराकर बाइक सवार युवक रविंद्र पाल की मौत हुई और उसके दो अन्य साथी घायल हुए। जब मृतक का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में किए जाने के लिए शव लाया गया तो यहां पर अस्पताल में मृतक के परिजनों के साथ कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने मारपीट की।
पुलिस की इस बर्बरता को लेकर पाल समाज का बुधवार की शाम चार बजे से शुरू हुआ धरना गुरुवार की शाम तक चला। पाल समाज के लोगों ने शिवपुरी के पोहरी चौराहे पर धरना दिया।
प्रदर्शनकारी पाल समाज के लोगों का कहना था कि इस मामले में मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर एफआईआर की जाए, ऐसा इसलिए क्योंकि आगे पुलिस के जवान ऐसा कृत्य किसी और के साथ न करें। भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिकारियों की मध्यस्थता के चलते समाधान खोजा गया और मजिस्ट्रेट जांच का आश्वासन दिया गया। साथ ही टीआई कोतवाली को लाइन अटैच किया गया।
चक्का जाम के दौरान पाल समाज के लोगों को समझाने के लिए कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, विधायक देवेंद्र जैन, भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाया। इसके बाद धरना समाप्त हुआ ।
शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि कोतवाली के टीआई को लाइन अटैच किया गया है। चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा मृतक और घायलों को नियमानुसार आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
एसएनपी/एबीएम