शाइना एन.सी. ने कन्हैया कुमार के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने धर्म की रक्षा के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, "कन्हैया कुमार खुद क्या कर रहे हैं? तुष्टिकरण की राजनीति सिर्फ एक समुदाय के वोट के लिए करना, यह किसी भी नेता को शोभा नहीं देता। मुसलमानों और दलितों के मुद्दे को व्यक्तिगत रूप से उठाकर, केवल वोट बैंक की राजनीति करना किसी भी सच्चे नेता का काम नहीं हो सकता।" उन्होंने आगे कहा कि अगर विपक्ष के पास कोई विजन है तो वह उस पर बात करें, न कि व्यक्तिगत टिप्पणी करके समाज में नफरत फैलाने का काम करें।
शाइना एन.सी. ने कन्हैया कुमार को नसीहत दी कि उन्हें केवल बेमतलब बयानबाजी करने की बजाय लोगों के असल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म, जाति और तुष्टिकरण के मुद्दे पर राजनीति करना कोई समाधान नहीं है और इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
नाना पटोले के 'कुत्ता' वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शाइना एन.सी. ने कहा कि विपक्ष बस कुत्ता, बकरी या "इम्पोर्टेड माल" जैसे शब्दों तक ही सीमित हो गया है। अगर आप सिर्फ इस तरह की भाषा में बात करेंगे तो आपकी राजनीति का कोई भविष्य नहीं है। चुनावी राजनीति का नैरेटिव सिर्फ इस तरह के घटिया शब्दों तक सीमित नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि चुनावों में जनता के मुद्दों पर बात होनी चाहिए, न कि इस तरह के आपत्तिजनक और घटिया शब्दों का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि अगर विपक्ष केवल कुत्ता-बकरी और "इम्पोर्टेड माल" पर बात करेगा तो उनका हाल भी वही होगा।
शाइना एन.सी. ने अंत में नागरिकों से अपील की कि वे 20 तारीख को वोट जरूर डालें, क्योंकि यह उनका मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि वोट करना बहुत जरूरी है। अगर आप वोट नहीं देंगे, तो फिर आप सवाल नहीं उठा सकते।