दिल्ली में ग्रैप-3 लागू होने पर गोपाल राय ने कहा है कि इसे लागू करने के पीछे हमारा मकसद यह है कि गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण, धूल प्रदूषण को कंट्रोल किया जाए। दिल्ली के अंदर बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल के चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। साथ ही साथ बीएस-3 की माल ढुलाई वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस-6 वाहनों को ही दिल्ली के अंदर अब प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को टीमों का गठन कर दिया गया है। परिवहन विभाग की 84 टीमें और ट्रैफिक पुलिस की 280 टीमें जमीनी स्तर पर चेकिंग अभियान में शामिल होंगी। ग्रैप-3 को किसी भी कीमत पर लागू किया जाएगा।
ऑड-ईवन और कृत्रिम वर्षा के सवाल पर गोपाल राय ने कहा है कि आज ग्रैप-3 को लेकर ही मीटिंग हुई है। अभी वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करना है। मेट्रो ने अपने 60 फेरे बढ़ा दिए हैं। दिल्ली के अंदर 106 डीटीसी शटल बस सेवा शुरू होगी। आगे जरूरत पड़ने पर सरकार अन्य गतिविधियों पर फोकस करेगी।
डीजल की बस दिल्ली आने के सवाल पर उन्होंने कहा है कि इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पड़ोसी तीनों राज्यों की भाजपा सरकारें ग्रैप-3 की पाबंदियों का पालन करेंगी। अगर ग्रैप-3 का पालन नहीं किया जाता है तो टीमें कार्रवाई करेंगी।
गोपाल राय ने शुक्रवार को मीडिया से कहा है कि दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। हालांकि शुक्रवार को प्रदूषण कुछ कम जरूर हुआ है। आगे भी ऐसी ही संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-3 लागू हो गया है और इसके नियमों का पालन कराने के लिए कई जिम्मेदार एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई।