देश के मध्यम वर्गीय परिवार के लिए केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से कई तरह की महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जो उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' से लोगों को सस्ती दरों में जेनेरिक दवाएं उपलब्ध हो रही हैं। इससे उन्हें आर्थिक राहत मिल रही है।
'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' से कम दर पर उपलब्ध होने वाली जेनेरिक दवाओं से मध्यम वर्गीय परिवारों को काफी आर्थिक लाभ हो रहा है। धनबाद के सरकारी अस्पताल के मरीज भी इसके लाभ से अछूते नहीं है।
दरअसल, पूरे देश में सस्ती और अच्छी दवाओं के लिए जगह-जगह 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' खोले गए हैं। इन केंद्रों पर उपलब्ध जेनेरिक दवाएं बाजारों में संचालित मेडिकल स्टोर से 70 प्रतिशत से कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। खास बात यह है कि इन केंद्रों में सभी प्रकार की जांच भी कम दामों में उपलब्ध हैं। धनबाद में मौजूद प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मरीजों को इसका लाभ मिल रहा है।
'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' धनबाद के 'शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल' में स्थित है। यह केंद्र तीन सालों से यहां पर बना हुआ है, दूर-दूर से लोग यहां पर सस्ती दवाएं खरीदने के लिए आते हैं और पूरे दिन दुकान पर भीड़ रहती है।
इस योजना के लाभार्थियों ने के साथ खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि यह योजना गरीबों के लिए बहुत अच्छी है। इससे बहुत फायदा मिल रहा है। हम लोग दवाओं को बाहर से नहीं खरीद सकते, लेकिन यहां से ले सकते हैं। प्रधानमंत्री हमारे लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं।
योजना के दूसरे लाभार्थी ने बताया हमको यहां पर बाहर की तुलना में 50 प्रतिशत से भी कम कीमत में दवाएं मिल रही हैं, इससे हमें बचत हो रही है। उन्होंने इस योजना के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया।
एक अन्य लाभार्थी ने कहा, 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' से दवा लेने में हमको बहुत सहूलियत मिल रही है। यहां पर अधिकतर दवाइयां उपलब्ध होती हैं, वहीं जो नहीं उपलब्ध होती हैं, उनको बाहर से मेडिकल स्टोर से लेने पड़ता है। पीएम मोदी के इस योजना से मरीजों और आम आदमी को बहुत फायदा हो रहा है।
दवा विक्रेता ने बताया कि 'प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र' से मरीजों को बहुत सहुलियत होने लगी है। बाहर से दवा लेने ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता था, अब यहां से सस्ते दर पर दवाएं उपलब्ध हो जा रही हैं। इस केंद्र पर मरीज काफी दूर-दूर से आ रहे हैं। जितने भी मरीज यहां आ रहे हैं, वो पूरी तरह संतुष्ट हो कर वापस जा रहे हैं।