सनातन धर्म संसद में देशभर से सैकड़ों की तादाद में साधु-संतों ने हिस्सा लिया। सनातन बोर्ड की मांग को लेकर प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने से बात की। उन्होंने कहा है कि सनातन बोर्ड का गठन सनातन न्यास और सनातन धर्म संसद की मांग है। हमने सभी राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को पत्र भेजकर इस बोर्ड के गठन में उनका सहयोग मांगा है। संत समाज ने आज घोषणा की है कि हम हर जिले में सनातन बोर्ड की स्थापना करेंगे और सनातन न्यास इस लक्ष्य की दिशा में काम करेगा। सनातम बोर्ड बनाने में जो हमारी सहायता करेगा, हमारे सनातनी उसी के साथ खड़े होंगे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में धर्म संसद से पहले सनातन कलश यात्रा निकाली गई। इसकी अगुवाई देवकीनंदन ठाकुर ने की थी। उन्होंने कहा था कि सनातनी जाग रहे हैं और वह एक चीज चाहते हैं कि उनकी आस्था के साथ कोई विश्वासघात न करें। हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी पूजा संस्कृति सुरक्षित चाहिए।
उन्होंने इस धर्म संसद को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, "अपने अधिकारों के लिए, हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए और सनातन की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर भी सनातन पर आंच नहीं आने देंगे I आज एक बार फिर मुट्ठी भर विधर्मियों ने सनातन को ललकारने का दुस्साहस किया है। मेरा भारत के सनातनियो से आग्रह है कि सच्चाई को मानो और नींद से जाग कर धर्म की रक्षा के लिए एक बार फिर एक हो जाओ।"