जयराम ठाकुर ने कहा कि यह बयान पूरी तरह से निराधार है और दर्शाता है कि कुछ लोग अपनी कमजोर जानकारी के कारण इस तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। हमें यह मानसिकता बदलने की आवश्यकता है, क्योंकि यह सिर्फ तात्कालिक लाभ के लिए कही गई बातें हैं, जिनका कोई ठोस आधार नहीं है।
उन्होंने आरएसएस के योगदान पर जोर देते हुए कहा कि संघ ने देश की आजादी से लेकर आज तक समाज सेवा, राष्ट्र निर्माण और जनहित के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिन्हें कोई भी झुठला नहीं सकता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का देश के विकास में अतुलनीय योगदान है। संघ ने हमेशा समाज के विकास के लिए कार्य किया है और देश की मजबूती के लिए अपना योगदान दिया है। यह मानसिकता उन लोगों की है जो अच्छा काम करने वालों की सफलता से जलते हैं। जब वे देखते हैं कि कोई संस्था या व्यक्ति सफलता की ओर बढ़ रहा है, तो उन्हें सिर्फ नकारात्मकता फैलाने का मन करता है।"
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को किसी से भी कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। संघ का कार्य और उसका योगदान स्वयं ही बोलता है। हमें अपने सिद्धांतों और कार्यों पर विश्वास है और हम उन्हें आगे बढ़ाते रहेंगे। जो लोग इस तरह की बयानबाजी करते हैं, उनके दिमाग का दिवालियापन उजागर हो चुका है। इस तरह की बातें सिर्फ इसलिए की जाती हैं ताकि आरएसएस और उसके कार्यकर्ताओं को नकारात्मक रूप से प्रस्तुत किया जा सके। लेकिन हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। हम अपने काम में विश्वास रखते हैं और इससे हम आगे बढ़ते रहेंगे।
उन्होंने अंत में कहा कि हमारा ध्यान सिर्फ समाज सेवा, राष्ट्र निर्माण और जनहित के कार्यों पर है, और हम उन्हीं कार्यों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगे। इस दिशा में आरएसएस का योगदान हमेशा महत्त्वपूर्ण रहेगा।