संजय राउत ने कहा, "जब भाजपा को हार का सामना करना पड़ता है तब वे धर्मयुद्ध की बातें करते हैं। यह कौन सा धर्मयुद्ध है, यह एक राज्य का चुनाव है। झारखंड में जाकर भी वह धर्मयुद्ध की बात करते हैं। महाराष्ट्र में केवल एक धर्म है और वह है छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत। जो हम सभी को इसकी रक्षा के लिए एकजुट करती है। एकनाथ शिंदे और भाजपा का एक अलग धर्म हिंदू-मुस्लिम विभाजन पर ध्यान केंद्रित करना है। जब उन्हें चुनावी हार दिखती है तो वे धर्मयुद्ध के बारे में बात शुरू कर देते हैं।"
उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने पाकिस्तान में भारत का ध्वज फहराने का दावा किया था। मेरा मानना है कि महाराष्ट्र में चुनाव हो रहा है, पाकिस्तान का इससे क्या लेना-देना है? उन्होंने कहा, "पहले पीओके में जाकर झंडा फहराओ। फिर पाकिस्तान की बात करिए। आपकी क्या हिम्मत है, हमने देखी है। चीन लद्दाख में हमारी जमीन में घुस गया है, क्या फडणवीस वहां जाकर तिरंगा लहराएंगे? मणिपुर में प्रधानमंत्री जाकर तिरंगा नहीं लहर पाए, क्या वहां जाकर तिरंगा लहराएंगे? कश्मीरी पंडितों की घर वापसी और संविधान के बारे में इनको बात करनी चाहिए। भाजपा सिर्फ चुनाव के मद्देनजर धर्म की बात करती है। आप धर्म की बात करते हैं लेकिन वास्तव में आप तो 'धर्मद्रोही' हैं।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हिंगोली में चुनावी रैली के दौरान चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके हेलिकॉप्टर में रखे बैग और बाकी सामान की जांच की। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस संबंध में संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के आवाज उठाने के बाद उनके बैग और हेलीकॉप्टर चेक होने लगे हैं और चुनाव आयोग को यह सब नौटंकी करनी पड़ रही है। लेकिन पैसे का लेनदेन जोर से चल रहा है। जनता का रुझान साफ है कि भाजपा चुनाव हार रही है।