दिल्ली की 'आप' सरकार को घेरते हुए भाजपा नेता हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कारण पिछले 10 वर्षों से अरविंद केजरीवाल का कुप्रबंधन है। उन्होंने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाए हैं और सिर्फ ड्रामेबाजी की है।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि प्रदूषण सेस के नाम पर दिल्ली की जनता से जो 1,000 करोड़ रुपए लिया गया है। उसको प्रदूषण को हटाने के लिए नहीं उपयोग किया गया। उन पैसों का कहां पर उपयोग हुआ है, इसके बारे में कुछ पता नहीं है, लगता है कि वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। केजरीवाल और आतिशी सरकार से मैं कहना चाहता हूं कि वो 1000 करोड़ रुपये का हिसाब जनता को दें।
दिल्ली में ग्रेप-3 लागू होने के बावजूद बहुत अधिक प्रदूषण देखने को मिल रहा है। इस सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि ग्रेप-3 को मजबूरी में लागू करना पड़ता है। अगर प्रदूषण के लिए पहले से कोई व्यवस्था की गई होती, तो शायद इसकी आवश्यकता नहीं पड़ती।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को ड्रामेबाजी और बयानबाजी को छोड़कर पिछले 10 साल प्रदूषण को हटाने के लिए काम करना चाहिए था, जो उन्होंने नहीं किया।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की समस्या लगातार बनी हुई है। यहां पर पिछले कई दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। इससे दिल्ली के लोगों, खासकर बच्चे और बूढ़ों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। वहीं, प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा इसकी जिम्मेदार 'आप' सरकार को मानती है।