दरअसल, महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में राजनीतिक बयानबाजी और तीखी हो गई है। इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) ने एक रैली में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को बटेंगे तो कटेंगे वाले बयान पर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कहा कि अगर मुंबई में कुछ हुआ तो हम काटेंगे जरूर।
उद्धव ठाकरे के इस बयान पर रामदास आठवले ने से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। आठवले ने कहा कि बटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था, जिसका मतलब कि अगर हम बटेंगे ही नहीं तो कटेंगे कैसे? महायुति को समर्थन करने वाले लोगों को एक साथ रहना है। यह मुस्लिम समुदाय के लिए नारा नहीं है। सबको आगे लेकर बढ़ना है, मुस्लिम समुदाय के लोग हमारे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने जो भी योजनाएं बनाई हैं, उसका फायदा मुस्लिम समुदाय को भी होता है।
रामदास आठवले ने आगे कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि मुसलमानों को भी ध्यान में रखना है कि उनको कांग्रेस के बहकावे में नहीं आना चाहिए। कांग्रेस ने देश में भ्रष्टाचार, जातिवाद, दलित पर अत्याचार बढ़ाया है और देश का सत्यानाश किया है।
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में बढ़ती हिंसा को लेकर विपक्ष राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहा है, इसको लेकर आठवले ने कहा कि वहां राष्ट्रपति शासन की जरूरत नहीं है। लेकिन, वहां जो हो रहा है वो अच्छी बात नहीं है। कुकी समुदाय के लोग भारत के बाहर से आ रहे हैं और वो वहां का वातावरण बिगाड़ रहे हैं। हम मणिपुर में शांति चाहते हैं।
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है, वहीं इसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।