उन्होंने कहा, “शराबबंदी को लेकर यह बात साफ है कि अगर इसे पूरी तरह से सफल बनाना है, तो यह केवल सरकार के प्रयासों से संभव नहीं है। इसके लिए आम लोगों का सक्रिय सहयोग और समर्थन बेहद जरूरी है। जब तक समाज का हर वर्ग इस पहल में अपना योगदान नहीं देगा, तब तक शराबबंदी का लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सकता। यह एक सामूहिक जिम्मेदारी है और अगर आम जनता सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर नहीं चलेगी, तो सरकार अकेले इस मुद्दे को हल नहीं कर पाएगी।”
उन्होंने कहा, “झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव में एनडीए के उम्मीदवारों की जीत के मजबूत संकेत मिल रहे हैं । महाराष्ट्र में भी बीजेपी और एनडीए की स्थिति मजबूत नजर आ रही है और पार्टी का अनुमान है कि यहां भी उनकी बढ़त रहेगी। इन उपचुनावों में परिणाम आने के बाद यह साफ होगा कि किस गठबंधन की स्थिति कितनी मजबूत है। फिलहाल एनडीए को उम्मीद है कि वे इन चुनावों में जीत हासिल करेंगे।”
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छू रहे हैं। इस पर क्या आपकी क्या प्रतिक्रिया है, तो उन्होंने कहा, “किसी के भी अभिवादन करने का तरीका व्यक्तिगत होता है, और यह जरूरी नहीं कि यह किसी राजनीतिक दिशा या मुद्दे से जुड़ा हो। इसलिए इसे एक राजनीतिक बयान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, और इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। यह किसी को व्यक्तिगत सम्मान देने का तरीका हो सकता है।”