धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने अपने संदेश में हाल ही में मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा 'वोट जिहाद' के नाम पर चलाए जा रहे अभियान पर गहरी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि आजकल जो वोट जिहाद का खेल कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा खेला जा रहा है, वह गलत है। यह बिल्कुल अनुचित है कि अगर मुस्लिम समाज हिंदू विरोधी दलों को वोट देता है, तो मैं अपील करता हूं कि हिंदू समाज भी एकजुट होकर हिंदू समर्थक दलों को वोट दे। ऐसा करके हम हिंदू विरोधी ताकतों को परास्त कर सकते हैं। यह समय है जब हिंदू समाज को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए और धार्मिक राजनीति से परे, अपनी पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए मतदान करना चाहिए।
वहीं, राजू दास ने महाराष्ट्र में चल रहे 'वोट जिहाद' के मामले को लेकर चिंता जताई और कहा कि मुस्लिम उलेमा और कट्टरपंथी ताकतें हिंदू धर्म विरोधी राजनीति को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनावों में जिस प्रकार से वोट जिहाद चलाया जा रहा है, यह बहुत ही चिंता का विषय है। मुस्लिम उलेमा और मौलवी लगातार इस कोशिश में हैं कि जनता को बरगलाकर भाजपा के खिलाफ मतदान कराया जाए। कुछ धर्मगुरुओं ने यह अपील की है कि सनातनी वोट करें, ताकि हिंदुत्ववादी विचारधारा के लोग चुनाव जीत सकें और राष्ट्र विरोधी ताकतों को हराया जा सके।
राजू दास ने आगे कहा कि हिंदू धर्म गुरुओं को इसलिए आगे आना पड़ा है क्योंकि लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि हिंदू विचारधारा को सत्ता से बाहर रखा जाए और राष्ट्र विरोधी ताकतों को बढ़ावा मिले। ऐसे में यह ज़रूरी है कि हिंदू धर्म के ठेकेदार, धर्मगुरु, और समाज के अन्य वर्ग एकजुट होकर अपनी संस्कृति और विचारधारा की रक्षा करें।
इससे पहले, भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नारे को महामंत्र और वेद का निचोड़ बताया था। सोमवार को मैनपुरी उपचुनाव में प्रचार लिए पहुंचे भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले नारे को महामंत्र और वेद का निचोड़ बताया। उन्होंने कहा कि एक रहोगे तो सेफ रहोगे, इकट्ठे रहोगे तो बचे रहोगे। विपक्ष लोगों को जातियों में बांटना चाहता है। उसने अंग्रेजों से सीखा है, फूट डालो राजनीति करो, इसलिए सभी हिंदुस्तान के लोगों में जातियां बताकर फूट डालना चाहते हैं, तो हमें कहना ही पड़ेगा बंटेंगे तो कटेंगे।