वो उन्होंने से बातचीत में कहा, “1960 से लेकर अब तक जितने भी मतदान हुए हैं, मैं सबसे पहले मतदान करने गया हूं, ताकि शेष समय का इस्तेमाल मैं अन्य कामों में कर सकूं। मैं मतदान करने गया था। मतदान केंद्र की व्यवस्था अच्छी थी। सुरक्षा की दृष्टि से भी सभी व्यवस्थाएं थीं। किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।"
यूपी के पूर्व राज्यपाल नाइक ने आगे कहा, "मेरे क्षेत्र में स्थित सभी मतदान केंद्रों में मौजूद सभी लोगों ने मुझे नमस्कार किया जिससे मुझे आनंद की अनुभूति प्राप्त हुई। ऐसा ही वातावरण मुझे अन्य मतदान केंद्रों पर भी देखने को मिला था। वहीं, मेरे राज्यपाल बनने के बाद जब पहला विधानसभा चुनाव हुआ था, तो उस समय मुझे उत्तर प्रदेश में कोई दूसरा काम होने की वजह से मैं मतदान के लिए महाराष्ट्र नहीं आ सका था, तो ऐसी स्थिति में मुझे मतपेटिका भेजी गई, ताकि मैं मतदान कर सकूं। तब मैंने पहली बार महाराष्ट्र चुनाव के लिए मतदान उत्तर प्रदेश से किया था। शेष सभी मतदान मैंने महाराष्ट्र में ही किए।”
उन्होंने कहा, “लोगों से मतदान की अपील की प्रक्रिया चुनाव आयोग द्वारा मतदान की तिथि घोषित होने के बाद शुरू हो जाती है। महाराष्ट्र में मोटे तौर पर चुनाव प्रक्रिया से संबंधित सभी काम सुचारू रूप से हुए हैं। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र का मौजूदा राजनीतिक माहौल भाजपा और महायुति के पक्ष में है।”
सीएम के चेहरे को लेकर उन्होंने कहा, “यह एक तय प्रक्रिया के तहत तय किया जाता है। भारतीय जनता पार्टी में इसी पद्धति का इस्तेमाल करके सीएम के चेहरे का चयन किया जाता है। जिसके मुताबिक, जितने भी विजयी विधायक होते हैं, उनकी बैठक होती है। फिर इस पर फैसला लिया जाता है। यही हमेशा होता है, तो महाराष्ट्र में इसी प्रक्रिया के तहत सीएम के चेहरे का चयन किया जाएगा। मुझे लगता है कि 23 तारीख को जब मतदान की घोषणा होगी, तो 24 और 25 को सीएम के चयन की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी।”