सांसद संजय राउत ने दावा किया कि होटल में जो पांच करोड़ रुपये दिखाए गए थे, असल में वहां पूरे 15 करोड़ रुपये थे। उन्होंने सवाल उठाया कि इन पैसों का क्या हुआ।
संजय राउत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नालासोपारा के जिस होटल में भाजपा नेता विनोद तावड़े को देखा गया, वहां मीडिया ने बताया था कि होटल में पांच करोड़ रुपये थे। लेकिन असल में वहां 15 करोड़ रुपये थे। अब सवाल उठता है कि सारे पैसे कहां गए? यह एक बड़ा सवाल है। चुनाव आयोग को इस मामले की गहरी जांच करनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
राउत ने आगे कहा कि इस मामले में जो भी मामला दर्ज किया गया है, वह केवल पैसे के वितरण का नहीं, बल्कि आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद जब सब कुछ शांत हो जाएगा, तब इस मुद्दे पर पूरी तरह से जांच होगी और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। भाजपा की मंशा पर सवाल उठाते हुए राउत ने कहा कि भाजपा का एक बड़ा नेता होटल में बवाल मचाता है, पैसे बांटने के आरोप लगते हैं, इसका मतलब दाल में कुछ काला है। कहीं न कहीं घर का कोई भेदी तो था ही, जिसने इस पूरे मामले को बेनकाब किया।
इसके अलावा, राउत ने नाशिक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का एक होटल से करोड़ों रुपए जब्त होने की घटना को भी गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि हाल ही में नाशिक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले से करोड़ों रुपये जब्त किए गए थे। यह बेहद गंभीर मामला है और ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल गाड़ियों में सिर्फ 'खोखा' था और कुछ नहीं।