उन्होंने जामताड़ा पर हुए चुनाव पर कहा है कि पूरे देश की नजर जामताड़ा पर थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभाओं में मुझे टारगेट कर रहे थे। लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। जामताड़ा 50 साल की हमारी कर्मभूमि है। कोई इसे कैसे हमसे छीन सकता है। मेरे खिलाफ भाजपा ने जो माहौल बनाया था मैं यकीनन डर गया था। मैं जनता का आभार जताता हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है। मैं इंडी अलायंस में शामिल सभी दलों के नेता का धन्यवाद करता हूं जो मेरे समर्थन में मेरे साथ खड़े रहे।
भाजपा ने मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की। मैंने जो गलती नहीं कि मैंने उसके लिए भी माफी मांगी। क्योंकि, भाजपा द्वारा बनाए गए माहौल से में डर गया था। हम 10 साल महिलाओं का सम्मान करेंगे और चुनाव के समय उनके खिलाफ कुछ बोलकर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारेंगे क्या यह संभव है? हम महिलाओं का सम्मान करते हैं। भाजपा ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया था। मैं पार्टी का सिपाही हूं। झारखंड में विकास बहुत हुआ और हम लोग और करेंगे। जनता के हित में जो भी सुविधा होगी हम लोग फ्री में देंगे।
बता दें कि इरफान अंसारी ने सीता सोरेन को 43676 मतों के अंतर से हराया। अंसारी को जहां 1,33,266 वोट मिले, वहीं सीता सोरेन 89,590 वोट पाने में कामयाब रहीं।
जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन इस बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं। लेकिन वे बुरी तरह से चुनाव हार गईं। जामताड़ा से इरफान अंसारी लगातार दो बार विधायक रहे हैं और तीसरी बार भी कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की है।