उन्होंने कहा, "मैं सपा को कहना चाहता हूं कि सीने में जलन आंखों में तूफान क्यों है, सैफई गहराने में हर कोई परेशान क्यों है। सपा की गुंडई, अराजकता, मवालीपन और लूट से सब वाकिफ हैं। कन्नौज की घटना को पूरे देश की जनता ने देखा, अयोध्या में जो बेटी के साथ हुआ उसे भी सभी ने देखा, करहल में सपा को वोट देने से मना किया तो दलित बेटी की हत्या कर दी गई। दलित बेटी का पिता चिल्ला रहा है। अखिलेश यादव को इस पर जवाब देना चाहिए।"
ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव इन मुद्दों पर बोलना नहीं चाहते, लेकिन हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे। इनकी असलियत प्रदेश की जनता समझ चुकी है। प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से सपा को नकार दिया। इन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था को नकार दिया।
उन्होंने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर लगाए जा रहे आरोप और तुष्टिकरण की राजनीति पर कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचन आयोग की वजह से जब यह लोग मंत्री बने तब ईवीएम अच्छी थी। मुस्लिम समाज को वोट बैंक समझते थे। मुस्लिम समाज 20 प्रतिशत है। अगर मुस्लिम समाज इन्हें छोड़ दे तो सपा तीन टके की पार्टी रह जाएगी। लेकिन आज वो दो टके की पार्टी रह गई।
उन्होंने कहा कि यह लोग सिर्फ भाई और परिवार में टिकट बांटते है। पहले हर समाज में यादव समाज का बड़ा नेता होता था, आज वो सभी बड़े नेता कहां चले गए? इन लोगों ने कभी अल्पसंख्यक समाज को या मुस्लिम समाज को लेकर घोषणा की? अखिलेश यादव घोषणा करें कि मुस्लिम समाज का अगला मुख्यमंत्री होगा।
ब्रजेश पाठक ने आगे कहा कि कुंदरकी में इनके प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई और ये कहते हैं कि कुंदरकी में पोस्टल बैलेट में 70 प्रतिशत वोट हमें मिले हैं। कुंदरकी हो मीरापुर हो, सभी लोगों ने इनके काले कारनामे को पकड़ा है। हजारों लोगों ने कुंदरकी में कसम खाई थी कि हम वोट भाजपा को देंगे। कुंदरकी में डेढ़ लाख वोटों का अंतर है। करहल में 67 हजार से ये जीतते थे। आज ये 13 हजार से जीते। करहल की जनता कराह रही है। अगली बार करहल भी जीतेंगे। सीसामऊ में जीत हार का अंतर भी मात्र सात से आठ हजार का रहा। करहल और सीसामाउ में वोट क्यों घटा, इसका उन्हें जवाब देना चाहिए।
संभल पर अखिलेश यादव के कमेंट पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि इनको न्याय व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, "संभल में सर्वे की टीम न्यायपालिका के आदेश पर गई। कानून अपना काम कर रहा। लेकिन आप क्या कर रहे हो, आप किसके साथ खड़े हो? न्यायपालिका पर आपको भरोसा नहीं है।"
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान और कानून से ऊपर कोई नहीं हो सकता है। आपने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिए हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट दिया। आज उत्तर प्रदेश विकास कर रहा है और आज जनादेश भी स्पष्ट है।