पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद भूपिंदर सिंह जामवाल ने मीडिया से कहा, "एक दिन पहले हमारे लड़कों को पकड़ा गया। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर और एसपी के सामने हमने अपनी बात रखी। हमारी यही मांग है कि रोपवे परियोजना के प्रभावितों को रिहैबिलिटेट किया जाए। चाहे वह फिर घोड़े वाला हो या पालकी वाला। इस योजना के कारण कई मजदूर प्रभावित हो रहे हैं।"
उन्होंने बताया कि डीसी ने उन्हें कोई रास्ता निकालने का आश्वासन दिया था। इसके बाद हमारी ओर से उन्हें समय भी दिया गया। लेकिन मंगलवार से पुलिस ने युवकों को पकड़ना शुरू कर दिया। जब हमने पुलिस से इस बारे में पूछा तो उन्होंने हमें ही पकड़ लिया और डंडों से पीटा भी।
कांग्रेस नेता ने पुलिस पर हुए पथराव के लिए भी माफी मांगी। उन्होंने कहा, "प्रदर्शन के दौरान जो भी पथराव हुआ, उसको लेकर हम माफी मांगते हैं। पुलिस और सीआरपीएफ हमारी मदद के लिए है। अगर श्राइन बोर्ड ने रोपवे का काम फिर शुरू किया तो हम एक बार फिर उग्र प्रदर्शन करेंगे। हम लोग मर जाएंगे, लेकिन यहां रोपवे लगने नहीं देंगे।"
भूपिंदर सिंह जामवाल ने कहा कि कटरा के लोग बहुत ही शांति प्रिय हैं। वे माता के दर्शन के लिए यहां आने वालों को भगवान का रूप समझते हैं। हम यहां पर 'कश्मीर' नहीं बनाना चाहते हैं और न ही हमारी सोच ऐसी है। हम पाकिस्तानी सोच के लोग नहीं है, बल्कि भारत माता की जय करने वाले लोग हैं और इस देश के संविधान को मानते हैं।