दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू कराने के लिए भाजपा के सांसद हाई कोर्ट गए और यह दलील दी गई कि 17 राज्यों में आयुष्मान योजना लागू हो सकती है तो फिर दिल्ली में क्यों नहीं हो सकती। इस पर आलोक शर्मा ने कहा कि दिल्ली का चुनाव सामने आ रहा है, इसलिए सब राजनीति कर रहे हैं। दिल्ली में सातों सांसद पिछले 10 साल से हैं, लेकिन आजतक उन्होंने संसद के अंदर कितनी आवाज उठाई?
उन्होंने कहा कि एक तरफ दिल्ली का बुरा हाल करने में केजरीवाल ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। वहीं, दूसरी तरफ राजनीतिक रोटियां सेंकने में बीजेपी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। न किसी राज्य में आयुष्मान योजना से लाभ हो रहा है और मोहल्ला क्लीनिक में कई जगह तो पशु घूम रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को खारिज कर दिया है। इसको लेकर लेकर आलोक शर्मा ने कहा, "मैं सुप्रीम कोर्ट का बहुत सम्मान करता हूं और उनको तथ्यों को ध्यान में रखते हुए टिप्पणी करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल है। यह निष्पक्ष होना चाहिए। अगर कोई इसको लेकर कोर्ट जा रहा है, तो उसको भी न्याय मिलना चाहिए।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर आलोक शर्मा ने कहा कि विदेश नीति का यह काम केंद्र सरकार का है। अगर कुछ गलत होता है, तो विदेश मंत्रालय को उसमें तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। अगर केंद्र इस पर कुछ संज्ञान लेगा तो अच्छा होगा।