मुजफ्फरपुर के एक मोहल्ले में इनायत हुसैन और उनकी पत्नी हुस्ना बानो अपने छह बच्चों के साथ एक ही कमरे में गुजर-बसर कर रहे हैं। इनायत हुसैन कोई काम नहीं करते हैं, फिर भी वह अपने छह बच्चों और पत्नी के साथ एक कमरे में जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड और उज्ज्वला योजना से मिले रसोई गैस कनेक्शन के कारण यह संभव हो पाया।
पिछले चार साल से परिवार को संकटों का सामना करना पड़ रहा है। इनायत हुसैन की पत्नी हुस्ना बानो को गॉल ब्लैडर और किडनी में पत्थर था। इसके इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। इस दौरान उनका आयुष्मान कार्ड बन गया, जिसकी बदौलत हुसना बानो का निजी अस्पताल में इलाज संभव हो पाया। खास बात यह है कि इनायत हुसैन आयुष्मान कार्ड को "मैजिक कार्ड" कहते हैं। उनका मानना है कि इस कार्ड की वजह से उनकी पत्नी का इलाज संभव हो पाया, इसलिए यह "मैजिक कार्ड" है।
केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाओं के लिए इनायत हुसैन और उनका पूरा परिवार कृतज्ञ है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार भी जताया। उनका कहना है कि पीएम मोदी देश के गरीबों के लिए बहुत काम कर रहे हैं। पहले गरीबों को कुछ नहीं मिल पाता था, लेकिन अब सारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक सीधे पहुंचता है।