सिरोया ने पाटिल के बयान पर कहा, "इनके बयानों पर मुझे तरस आता है। ट्रैफिक समस्या के बारे में उन्होंने कहा है कि देश के लगभग हर शहर में ट्रैफिक की समस्या है। समस्या का उचित माध्यम से समाधान करने की बजाय उन्हें अप्रासंगिक बयान देने से बचना चाहिए। यह पूरा देश 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' है और इस तरह की टिप्पणियां संविधान की भावना के खिलाफ हैं। मैं समझता हूं कि जनता उन्हें सही समय पर जवाब देगी।"
कर्नाटक के मंत्री ने कहा था कि बेंगलुरु में दूसरे राज्यों के लोग शिक्षा और रोजगार के लिए आते हैं, लेकिन उनमें ज्यादातर यहीं रह जाते हैं। इससे बुनियादी ढांचों पर दबाव बढ़ता है।
कर्नाटक सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर भाजपा सांसद ने कहा कि सिर्फ भ्रष्टाचार के आरोप ही नहीं लगे हैं, बल्कि उन्होंने वास्तव में भ्रष्टाचार किया है, जो अब स्पष्ट हो चुका है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी जमीन वापस कर दी है, और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी अपनी पत्नी के नाम पर आवंटित जमीन वापस कर दी है। इससे साफ पता चलता है कि वे भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन पर गंभीर आरोप हैं, जिनमें वाल्मीकि विकास योजना से संबंधित एक आरोप भी शामिल है, जिसमें बैंक फंड का दुरुपयोग किया गया।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि सरकार को अब सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री को इस्तीफा देकर स्पष्ट जांच का सामना करना चाहिए। कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी तक जमानत पर हैं। ये लोग सदन को नहीं चलने दे रहे हैं।"
राज्यसभा सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ईवीएम पर बोल रहे हैं। जबकि उन्हें जमीन कब्जे के आरोपों और अपने परिवार के नाम पर किए गए घोटालों पर जवाब देना चाहिए।"