पुलिस ने बताया कि 16 दिसंबर को पीड़ित ने शिकायत दी थी। इसमें निजी कंपनी के मोबाइल टावर से कीमती उपकरण की चोरी की शिकायत की गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी।
इसी बीच मंगलवार को पुलिस ने पांच शातिर चोरों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान आकाश, राकेश कश्यप, यश, दीपक और लव कुमार उर्फ लक्की के रूप में की गई।
पूछताछ में पता चला है कि इन सभी ने पिछले दिनों जारचा रोड पर एक निजी कंपनी के मोबाइल टावर से दो आरआरयू की चोरी की थी। इसके अलावा आसपास के इलाके से गाड़ियों की बैटरी और मोबाइल टावर से उपकरण की चोरी भी की गई थी।
पुलिस ने बताया कि गैंग कई दिनों से चोरी की वारदात को अंजाम दे रहा था। गैंग उपकरणों की चोरी कर कबाड़ में बेच देता था। बताया जाता है कि मोबाइल टावर पर लगने वाले आरआरयू काफी कीमती होते हैं। इन उपकरणों को कबाड़ से फिर बड़ी दुकानों में पहुंचा दिया जाता है। जहां से मोबाइल कंपनी को ऊंची कीमतों पर उपकरण खरीदने पड़ते हैं।
मोबाइल टावर में आरआरयू काफी महत्वपूर्ण होता है। इनके चोरी होने से कॉल ड्रॉप या मोबाइल में सिग्नल नहीं आने जैसी समस्याएं आती हैं। इसके पहले भी पुलिस मोबाइल टावर से कीमती उपकरण चुराने वाले कई गैंग का पर्दाफाश करते हुए लाखों रुपए के सामान बरामद कर चुकी है। पुलिस लगातार चोरों के खिलाफ अभियान चला रही है। लेकिन, चोरों की करतूत थमने का नाम नहीं ले रही है।