पुंछ गनर्स की ओर से बाल आश्रम के बच्चों के लिए दिन के भोजन का प्रबंध किया गया था।
बाल आश्रम में रहने वाले सुल्तान अहमद ने बताया, "आज इंडियन आर्मी के लोग हमसे मिलने के लिए आए थे। इंडियन आर्मी में करियर बनाने के लिए अब तक मुझे यह पता था कि सिर्फ पढ़ाई करनी पड़ती है, लेकिन इंडियन आर्मी के जवानों ने बताया कि इसके लिए फिजिकल फिटनेस भी बेहद जरूरी है। पढ़ाई पर ध्यान देना जरूरी है।"
बाल आश्रम पुंछ की वार्डन नुसरत ने सेना का आभार जताते हुए कहा, "यूं तो इस आश्रम में बच्चों के खानपान की सारी व्यवस्थाएं रहती हैं। लेकिन, आर्मी के जवान विशेष तौर पर खाना बनाकर लाते हैं और सभी बच्चों को प्रेमपूर्वक खिलाते हैं। इंडियन आर्मी के जवानों को अपने बीच पाकर बच्चे भी काफी खुश हो जाते हैं। खाना खाने के बाद बच्चों को मिठाइयां भी खिलाई जाती हैं। इसके अलावा आश्रम में कई बच्चे ऐसे हैं जिन्हें इंडियन आर्मी में भविष्य बनाना है। ऐसे बच्चों को इंडियन आर्मी के जवान पूरा प्रोसेस बताते हैं।"
साजिद ने बताया कि इंडियन आर्मी के जवान महीने के हर दूसरे रविवार को आश्रम में आते हैं। इंडियन आर्मी में करियर बनाने को लेकर जो हमारे सवाल होते हैं, उनके जवाब देते हैं। इंडियन आर्मी में फॉर्म से लेकर लिखित और फिजिकल परीक्षा के बारे में भी विस्तार से बताते हैं।