सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में अमित शाह का कथित रूप से डॉ. भीमराव अंबेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का दावा किया गया था। हालांकि, पीआईबी ने इसे भ्रामक और क्लिप वीडियो बताया। इस पर फकरुल हसन चंद ने कहा कि यह साफ दिख रहा है कि पीआईबी ने पूरी क्लिप को शेयर किया, लेकिन सवाल यह है कि जो कुछ सेकेंड का वीडियो दिखाया गया, वह पूरे विपक्ष और बाबा साहेब के समर्थकों को आहत करता है। भाजपा इस मुद्दे को सही तरीके से नहीं देख रही है और हमें उम्मीद है कि अमित शाह माफी मांगेंगे। माफी मांगने में कोई अपराध नहीं है, यह उन्हें और उनकी पार्टी को छोटा नहीं करता।
उत्तर प्रदेश में पीसीएस परीक्षा को लेकर फकरुल हसन चंद ने कहा कि परीक्षा शांतिपूर्वक और बिना किसी रुकावट के आयोजित हो। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले सामने आए हैं, हमें उम्मीद है कि इस बार कोई ऐसी घटना नहीं होगी। नौजवानों का भविष्य इससे जुड़ा हुआ है और हम चाहते हैं कि यह परीक्षा बिना किसी परेशानी के संपन्न हो।
फकरुल हसन चंद ने अवैध घुसपैठियों, खासकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के मुद्दे पर भी भाजपा की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब सीमा हैदर जैसी घुसपैठिया भारत में आकर देश में बड़े आयोजन करती हैं, तो भाजपा की चुप्पी सवाल उठाती है। भाजपा घुसपैठियों के मुद्दे पर गंभीर नहीं है, क्योंकि अगर घुसपैठिए उनके वोट बैंक का हिस्सा बन जाएं, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती। समाजवादी पार्टी हमेशा इस मुद्दे पर सख्त रही है और हम मानते हैं कि जो भी घुसपैठिए देश में आकर अवैध रूप से रह रहे हैं, उन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए।
बाराबंकी जिले के सदर सपा विधायक सुरेश यादव के विवादित बयान पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कभी भी व्यक्तिगत टिप्पणियों को समर्थन नहीं करती है और न ही किसी भी नेता की निजी टिप्पणी पर कोई राय देती है। उन्होंने कहा कि हम मुद्दों की राजनीति करते हैं और समाजवादी पार्टी ने हमेशा लोकतंत्र और देश की अस्मिता के लिए संघर्ष किया है।