राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "भारत की कहानियों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ जीवंत करने वाले दूरदर्शी फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल जी के निधन से दुखी हूं। सिनेमा में उनकी विरासत और सामाजिक मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। दुनिया भर में उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "भारतीय सिनेमा की एक महान शख्सियत और समानांतर सिनेमा आंदोलन के सच्चे प्रणेता, महान फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल के निधन से हमें गहरा दुख हुआ है। कहानी कहने और सामाजिक मुद्दों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से चिह्नित कला के क्षेत्र में उनका योगदान एक अमिट छाप छोड़ता है। पंडित नेहरू की 'द डिस्कवरी ऑफ इंडिया' पर आधारित 'भारत, एक खोज' और संविधान सभा की बहस पर आधारित श्रृंखला 'संविधान' जैसी उनकी रचनाएं युवा दर्शकों के लिए एक मूल्यवान संदर्भ बिंदु हैं। 18 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ-साथ प्रतिष्ठित पद्म भूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्तकर्ता की विरासत फिल्म निर्माताओं की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "श्याम बेनेगल ने भारतीय समाज के संताप, संघर्ष और बदलाव की कहानियों को परदे पर जीवंत किया। 'निशांत' की संवेदनशीलता, 'मंथन' का संदेश, और 'भारत एक खोज' उनकी हरेक रचना एक प्रेरणा है। वो कला के जरिए समाज और समय से संवाद करने वाले सच्चे हमराही थे। आज सिनेमा में जनता की आवाज के एक युग का अंत हुआ है। विनम्र श्रद्धांजलि।"
श्याम बेनेगल को साल 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया था। साल 2007 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्होंने 1980 के दशक के मध्य में दूरदर्शन के लिए धारावाहिक 'यात्रा', 'कथा सागर' और 'भारत एक खोज' भी बनाया था।