उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी एक सूत्र में बंध कर आज के समाजवाद के नेतृत्वकर्ता तेजस्वी यादव के साथ खड़ी है। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार के लिए दंगाई, उन्मादी कोई विषय नहीं है।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग ' बंटोगे तो कटोगे ' की बात करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि सरकार माता-पिता की हैसियत रखती है। कोई भी माता-पिता अपनी संतानों को नहीं लड़ाती है । भारत के 130 करोड़ जनता भाईचारे के साथ रहना चाहती है।
उन्होंने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि पुरखों की शहादत का नतीजा है कि आज भारत आजाद है। लेकिन, उस पर खतरे पैदा करने वाले, भारत को बांटने का काम करने वाले लोगों के खिलाफ भारत की जनता और बिहार की जनता खड़ी हो चुकी है। बिहार अब इन उन्मादियों पर अंकुश लगाने के लिए तैयार है। बिहार महात्मा बुद्ध की धरती है। यहां डॉक्टर लोहिया का समाजवाद है। कर्पूरी ठाकुर ने परिश्रम और मेहनत कर इस बिहार को खड़ा किया है।
उन्होंने लालू यादव की तारीफ करते हुए कहा कि समाजवादियों को खड़ा करने का उन्होंने हमेशा प्रयास किया। उन्होंने कहा कि आज जो प्रधानमंत्री हैंं, उनके साथ जनता नहीं है।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की कुर्सी नेतृत्व करने के लिए है। संघर्ष को रोकने के लिए है। गलतफहमी दूर करने के लिए है। जहां-जहां समस्या है, उसको दूर करने के लिए है । लेकिन, यह तो समस्या को पैदा करने वाले लोग हैं।" उन्होंने कहा कि भारत गंगा जमुना संस्कृति के साथ आगे बढ़ेगा। भविष्य में इस देश को खतरा नहीं हो सकता है।