अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये हमले 'अंत' होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इजरायली सेना ने 'मिलिट्री टारगेट्स' के अलावा किसी और चीज को निशाना नहीं बनाया।
वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट से कहा कि ईरान को "इजरायल के हमलों का जवाब देने की गलती नहीं करनी चाहिए।"
ऑस्टिन ने कहा कि इजरायल के हमलों से 'इस सिलसिले जिले का अंत हो जाना चाहिए।' उन्होंने क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए कूटनीति का उपयोग करने के अवसरों की बात की।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर 'सटीक और टारगेटेड हमले' करने की घोषणा। इसके साथ ही तेहरान को चेतावनी दी कि अगर उसने तनाव बढ़ाने की गलती की तो जवाब दिया जाएगा।
आईडीएफ के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायली वायु सेना (आईएएफ) के सहयोग से तीन चरणों में ये हमले किए गए। यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को तेहरान बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का जवाब थी।
अलजजीरा के मुताबिक ईरानी मीडिया ने शनिवार को बताया कि इजरायली हवाई हमलों में कम से कम चार सैन्यकर्मी मारे गए और रडार सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गए।
रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में ईरान के लिए कोई सीमा तय नहीं है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की आधिकारिक वेबसाइट को दिए एक इंटरव्यू में अब्बास अराघची ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने दिखा दिया है कि आत्मरक्षा के लिए हमारे दृढ़ संकल्प की कोई सीमा नहीं है।"
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान 'बाहरी आक्रामक कृत्यों के खिलाफ खुद का बचाव करने का हकदार है।'