वायनाड के सांसद रह चुके राहुल गांधी ने कहा कि पर्यटन एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसे मैं उजागर करना चाहता हूं, जिससे वायनाड के लोगों को बहुत मदद मिलेगी।
राहुल गांधी ने कहा, "एक बार बारिश बंद हो जाए, तो, यह जरूरी है कि हम इस क्षेत्र में पर्यटन को पुनर्जीवित करने और लोगों को वायनाड की यात्रा के लिए प्रोत्साहित करने का ठोस प्रयास करें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भूस्खलन वायनाड के एक विशिष्ट क्षेत्र में हुआ था, पूरे क्षेत्र में नहीं।"
राहुल गांधी ने कहा कि वायनाड पर्यटकों के लिए एक गंतव्य रहा है और जल्द ही अपनी सभी प्राकृतिक आकर्षणों के साथ यह भारत और दुनियाभर के पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार होगा।
वायनाड को लेकर राहुल गांधी ने कहा, "जैसा कि हमने अतीत में किया है, आइए हम एक बार फिर खूबसूरत वायनाड में अपने भाइयों और बहनों का समर्थन करने के लिए एक साथ आगे आएं।"
गौरतलब है कि वायनाड में भयंकर भूस्खलन हुआ था। इसमें सैकड़ों लोगों की जान गई और हजारों व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया गया। इसके लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) को भी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया था।
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) जहाज ‘अभिनव’ ने वायनाड में विभिन्न आपदा राहत शिविरों में वितरण के लिए जीवन रक्षक उपकरण, राहत सामग्री, दवाइयां और ताजा पानी पहुंचने में मदद की थी। आर्मी, एयर फोर्स, तटरक्षक दल और नेवी ने आपदा क्षेत्रों में फंसे कई नागरिकों की मदद की है। साथ ही, उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों और राहत शिविरों में स्थानांतरित करने में सहायता की। इस समन्वित अभियान में राज्य प्रशासन, भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन और बचाव सेवाएं, स्थानीय पुलिस और विभिन्न स्वयंसेवी समूह शामिल थी।