दरअसल, कौसर हयात खान सज्जाद नोमानी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम लड़कियों को ज्यादा नहीं पढ़ाना चाहिए। मुस्लिम लड़कियों को किसी भी स्थिति में ज्यादा पढ़ाना उचित नहीं रहेगा।
उनके इसी बयान पर कौसर हयात खान ने यहां तक कह दिया है कि अब मुसलमानों में यह भावना पैदा हो रही है कि वो इस देश में सुरक्षित नहीं हैं। सरकार की सरपरस्ती में हिंदू संगठन खुलेआम घूमकर मुसलमान लड़कियों को अगवा करकर कह रहे हैं कि हम इन्हें अपनी बहू बनाएंगे। लेकिन, हुकूमत की लाचारगी देखिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसे देखते हुए हमारे बच्चों में यह भावना पैदा हो रही है कि वो इस देश में महफूज नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा, “जिस लड़की ने पहले कभी सैकड़ों हिंदू लड़कों के बीच में अल्लाह हू अकबर का नारा दिया था। अब उसी पर भाजपा नेता कह रहे हैं कि जरा वो किसी कॉलेज में पढ़कर देख ले। अब आप खुद ही देख लीजिए कि कैसे यह लोग दादागिरी करने पर उतारू हो चुके हैं। इन लोगों में कानून-व्यवस्था को लेकर किसी भी प्रकार की गंभीरता देखने को नहीं मिल रही है और ना ही सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने की स्थिति में नजर आ रही है।”
उन्होंने कहा, “आज की तारीख में हमारी लड़कियां इस मुल्क में असुरक्षित हैं। हुकूमत हमें कोई सुरक्षा देने को तैयार नहीं है। सरकार ने ऐसे लोगों को खूली छूट दे रखी है। कॉलेजों का माहौल भी कुछ ऐसा हो चुका है कि हमारी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं, जिसे देखते हुए उन्होंने (सज्जाद नोमानी) यह बयान दिया है। हमारी बच्चियां जब स्कूल और कॉलेज जाती हैं, तो हमें डर सताता रहता है कि वो सुरक्षित हैं या नहीं। आए दिन मदरसों और मस्जिदों में हमले हो रहे हैं। लेकिन, पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।”
उन्होंने कहा, “जिस यति नरसिंहानंद ने हमारे हुजूर की शान में गुस्ताखी की उसे सरकार सुरक्षा मुहैया करा रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इस देश में क्या हो रहा है।”