नीतीश कुमार ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह जब से सरकार में आए हैं, तब से दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने इस दौरान भाजपा के साथ ही गठबंधन में रहने की बात दोहरायी। मंच पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, बिहार के मंत्री विजय चौधरी और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी मौजूद रहे।
नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा कि जितना हम लोगों ने मुसलमानों के लिए काम किया उतना किसी ने नहीं किया है। उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि जिसको वे लोग वोट देते हैं वे क्या करते थे, किसी से छिपा नहीं है।
नीतीश कुमार ने कहा, "हम लोग जब से सरकार में आए हैं, तब से दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए लगातार काम कर रहे हैं।"
उन्होंने लोगों से एनडीए प्रत्याशी विशाल प्रशांत को वोट देकर जीत दिलाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से एनडीए के साथ ही रहने की बात दोहराई। उन्होंने एनडीए के संबंधों को दोहराते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे। उन्होंने ही पहली बार उनको बिहार का मुख्यमंत्री बनाया।
इस दौरान नीतीश कुमार ने राजद के साथ जाने के अपने फैसले को गलत बताया। उन्होंने कहा, "दो बार हमसे गलती हो गई। अब कहीं नहीं जाना है। इन्हीं लोगों के साथ रहना है और बिहार का विकास करना है।"