आर.पी. सिंह ने से कहा, “भारत और रूस के संबंधों को पीएम मोदी बहुत आगे लेकर गए हैं। रूस के साथ बढ़ता व्यापार भी उन संबंधों की ही देन है। हमारा दुनिया में लोहा माना जा रहा है। पीएम मोदी ने दुनिया में शांति कायम करने के लिए वैश्विक कूटनीति में बहुत काम किया है। इसलिए दुनिया में उनकी बहुत तारीफ होती है। रूस-यूक्रेन के युद्ध में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी की बात सुनते हैं। दुनिया में ऐसी कोई हस्ती नहीं है जिसकी बात दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष सुनते हों।”
कर्नाटक चिकबल्लापुर में एक योग शिक्षिका को निर्वस्त्र कर उसके साथ मारपीट, गला घोंटने और दफनाने के मामले hj उन्होंने कहा, “हम लगातार कह रहे हैं कि कर्नाटक की सरकार फेल हो गई है। वह अपने भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्हें प्रशासन से कोई मतलब नहीं है। इससे पहले भी कर्नाटक में महिलाओं के साथ अत्याचार के मामले सामने आते रहे हैं। सरकार पूरी तरह से विफल साबित रही है।"
कर्नाटक के चिकबल्लापुर में एक व्यक्ति ने एक योग शिक्षिका को निर्वस्त्र करने के बाद मारपीट, गला घोंटने और दफनाने की कोशिश की। हालांकि, योग शिक्षिका ने सांस रोककर हमलावर को चकमा दिया और जिंदा बच गई।
भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान न जाने पर उन्होंने कहा, “पाकिस्तान जिस तहस से भारत में आतंकी भेजकर हमले करवाता है, उसकी वजह से भारत सरकार का पाकिस्तान को साफ संदेश है कि हम तब तक पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंध नहीं शुरू करेंगे, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करेगा।”
ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने उद्धव ठाकरे, शरद पवार और नाना पटोले को अपनी 17 मांगों वाला पत्र भेजकर विधानसभा चुनाव में समुदाय के समर्थन के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। इस पर आर.पी. सिंह ने कहा, “इस पत्र पर कांग्रेस पार्टी द्वारा समर्थन करना दिखाता है कि कैसे वोट जिहाद का मामला चल रहा है। यह उत्तर प्रदेश में तब पता चला था जब सलमान खुर्शीद की भतीजी ने वोट जिहाद की बात की थी। इसके बाद अब महाराष्ट्र में भी वोट जिहाद की बात हो रही है। इस पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे दोनों को जवाब देना है।”
अंत में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय के ड्रोन से बारिश कराने की बात पर उन्होंने कहा, “ये सारे काम चुनाव से पहले 25 अक्टूबर से शुरू करके 25 जनवरी तक करेंगे। इसके बाद फिर सो जाएंगे। दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों से होता है। दिल्ली में 41.5 फीसदी प्रदूषण यातायात का है। राज्य सरकार ने सार्वजनिक यातायात बढ़ाने की बजाय कम किया है। दिल्ली में 7000 बसें हैं, जिनमें से 1,900 बसें केंद्र सरकार ने दी हैं। वहीं, 10 साल पहले दिल्ली में 1500 बसें चाहिए थीं। वह जरूरत आज तक पूरी नहीं हो पाई। मेट्रो कनेक्टिविटी भी जीरो है। इसी वजह से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।”