उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का आदेश है कि 14 नवंबर को होने वाले मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में एमसीडी हाउस में वोट नहीं करना है। इलेक्शन को वॉकआउट करना है। इसका लाभ भाजपा को होगा। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले स्टैंडिंग कमेटी के एक मेंबर के चुनाव में भी कांग्रेस के पार्षदों को वॉकआउट का आदेश मिला, उसका परिणाम ये हुआ कि भाजपा का उम्मीदवार जीत गया और स्टैंडिंग कमेटी पर भाजपा का क़ब्जा हो गया। पिछले मेयर चुनाव में भी पार्टी के आदेश पर हमने वॉकआउट किया था।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि इसकी वजह से हमारे वार्ड में हमें जनता का आक्रोश झेलना पड़ा। जनता ने वार्ड में 50-50 लाख रुपये रिश्वत लेने के पोस्टर इलाके में लगाए। हमारे कार्यालय व निवास स्थान पर जनता ने भारी हंगामा व नारेबाजी की और अब फिर कांग्रेस पार्टी वॉकआउट के लिए कह रही है। पार्टी के इस आदेश से आहत होकर हम इस्तीफा दे रहे हैं। हम जिस वार्ड से निगम पार्षद हैं, वो मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है और क्षेत्र की जनता किसी भी तरह भाजपा को सपोर्ट नहीं कर सकती, तो हम अपनी जनता को धोखा नहीं कर सकते और चुनाव से वॉक आउट कर भाजपा का सपोर्ट नहीं कर सकते। ऐसा हम हरगिज नहीं करेंगे। हम अपने वार्ड मुस्तफ़ाबाद की जानता के साथ हैं।