पुलिस ने बताया कि 19 सितंबर की शाम को एक पीड़ित एटीएम से पैसे निकालने गया था। इसी दौरान अज्ञात आरोपियों ने रुपए निकालने में उनकी मदद करने के नाम पर धोखाधड़ी कर उनका एटीएम कार्ड बदल लिया और दूसरा एटीएम कार्ड दे दिया था। उसके बाद उनके एटीएम कार्ड से अलग-अलग ट्रांजैक्शन कर 1.41 लाख रुपए निकाल लिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने बताया कि 13 नवंबर को थाना सेक्टर-126 पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी अंकुर ठाकुर, देवेंद्र नागर को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया। इनके पास से 39 एटीम कार्ड, दो अवैध तमंचे, दो जिंदा कारतूस और घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया है कि दोनों अपने एक और साथी सोनू के साथ मिलकर एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के रुपए निकाल लेते हैं। वो अक्सर ऐसे एटीएम के आस-पास रहते है, जहां पर रुपए निकालने के लिए अनपढ़ या कम पढे़-लिखे लोग अधिक संख्या में आते हैं। जो भी इस प्रकार का व्यक्ति एटीएम में रुपए निकालने के लिए अंदर घुसता है, इनमें से एक साथी एटीएम के अंदर जाकर उस व्यक्ति के पीछे खड़े होकर उसके कार्ड के पासवर्ड को देख लेते हैं। जब वह व्यक्ति किसी भी कारण से रुपए निकालने में असमर्थ होता है तो उसकी मदद की पेशकश करके स्वयं उसके रुपए निकालने का झूठा प्रयास करते हैं। इसी बीच पीड़ित के कार्ड को बदल लिया जाता है।
शातिरों ने बताया कि पीड़ित के एटीएम से जाने के बाद रुपए निकाल लिए जाते हैं। जब पीड़ित अपने एटीएम कार्ड को ब्लॉक करा देता है तो उसे भी आगे ठगी में इस्तेमाल किया जाता है। एटीएम से अधिक संख्या में रुपए निकालने के लिए इनके पास पीओएस मशीन भी है, जो इनके साथी सोनू के पास होती है। अपराध के समय डराने या फायर करने के लिए अवैध तमंचे भी साथ रखते हैं।