कांग्रेस की कायरता, सत्ता लोलुपता थी कि भारत को दो टुकड़ों में बांट दिया। लाखों हिंदू काटे गए। 1947 में कांग्रेस नेतृत्व चाहता तो भारत का विभाजन नहीं होता और न ही पाकिस्तान बनता। पाकिस्तान के लिए दंगा करने वाले मुसलमानों से वैसे ही निपटा जा सकता था, जैसे आज निपटते हैं।
सीएम योगी ने महाराष्ट्र की धरती पर महापुरुषों का वंदन किया। उन्होंने बताया कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं आगरा में निरीक्षण कर रहा था, बताया गया कि यहां मुगल म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब और मुगल शासन के प्रतीक हैं। मैंने पूछा कि मुगलों का भारत से क्या संबंध है। इसे हटाइए, म्यूजियम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होगा और यहां भारत के गौरव को दर्शाया जाएगा। पीएम मोदी के नेतृत्व में महायुति में जोड़ने वाली ताकते हैं तो महाअघाड़ी के नाम पर महा अनाड़ी गठबंधन बांटने का कार्य कर रहा है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश, हिंदू समाज को बांटा। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए आ गया है। कांग्रेस के लिए देशहित कभी महत्व नहीं रखता। अंग्रेजों की तरह यह भी बांटों और राज करो की नीति पर चल रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि पाकिस्तान परस्त आतंकी अब भारत की सीमा का अतिक्रमण नहीं कर सकता। उसे पता है कि नया भारत घुसकर मारता है। 10 वर्ष में पाकिस्तान की हालत यह हो गई है कि कटोरा लेकर घूम रहा है, लेकिन कोई भीख भी नहीं दे रहा। सीएम ने आह्वान किया कि भारत की ताकत को बढ़ाइए, तो पहले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत में आएगा, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे। गोहत्या बंद कराने का काम भी महायुति गठबंधन ही कर पाएगा, कांग्रेस नेतृत्व नहीं।
उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि 1947 में मल्लिकार्जुन खड़गे के गांव बारावत्ती को हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने जला दिया था, जिसमें उनकी मां, बहन और चाची की मौत हो गई थी। जब मैं कहता हूं कि 'बंटोगे तो कटोगे' तो खड़गे को बुरा लगता है। खड़गे बताइए कि निजाम और उसके रजाकार कौन थे, जिन्होंने निर्ममतापूर्वक हिंदुओं का कत्लेआम किया था। आप कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन नेतृत्व के भय से नहीं बोल रहे। आपको सच्चाई बोलनी चाहिए। निजाम का रजाकार कोई और नहीं, बल्कि वही कट्टरपंथी मुस्लिम हैं, जो आज भी गणपति महोत्सव, रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव व विशालगढ़ जैसे किलों पर कब्जा कर भारत को अपमानित करने का कार्य करते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि जब विशालगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कोशिश की जाती है तो पत्थरबाजी शुरू हो जाती है। सनातन पर प्रहार भारत पर प्रहार है। सनातन भारत के आधार का प्रतीक है, इस पर प्रहार महाविनाश को आमंत्रित करता है। महायुति गठबंधन की सरकार बनती है तो विशालगढ़ किले का अतिक्रमण हट जाएगा, गणपति बप्पा व रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव का कोई दुस्साहस नहीं कर पाएगा। पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे, बाहर नहीं निकल पाएंगे। यदि निकलकर पत्थरबाजी किए तो यूपी का सूत्र लागू हो जाएगा और राम नाम सत्य की यात्रा निकलेगी। सीएम ने चेताया कि बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र और भारत के लिए बहुत मायने रखता है। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजीत पवार गुट) व आरपीआई का महायुति गठबंधन है, जिसका ध्येय 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' है तो दूसरी तरफ महा विकास अघाड़ी के रूप में महा अनाड़ी गठबंधन है। इनके पास नीति, नैतिक बल और निर्णय लेने का सामर्थ्य भी नहीं है। सबका साथ, परिवार का विकास ही इनका नारा है। कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही नूराकुश्ती चल रही है कि कौन-किसे कितना मात दे देता है। यह पहले एक-दूसरे, फिर हिंदू समाज, उसके बाद देश को धोखा देंगे।
सीएम योगी ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने मूल्यों की राजनीति की थी, वे होते तो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करते, लेकिन उद्धव ठाकरे मूल्यों व आदर्शों से भटक गए। वे कहते थे कि हिंदुत्व के मुद्दे पर छत्रपति शिवाजी को सामने रखकर ही काम करेंगे। छत्रपति शिवाजी जिनके आदर्श रहे हों, वह बांटने की नहीं, एकता की बात करके एक भारत बनाने के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि 2014 के पहले महाराष्ट्र में सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या की थी। आज किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। जितना केंद्र सरकार दे रही है, उतना ही महायुति गठबंधन सरकार भी देगी। यह सुविधा न मिल पाए, इसके लिए कांग्रेस और गठबंधन ने न्यायालय में अपील की। वे नहीं चाहते कि युवाओं को नौकरी मिले, महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिले और किसान खुशहाल हों। अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए महायुति सरकार ने भव्य महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए जमीन आरक्षित कराकर कार्य प्रारंभ कर दिया है।