छात्र जीवन से ही मिलनी चाहिए जल-जंगल जमीन को बचाने की प्रेरणा : ओम बिरला

17 Nov, 2024 10:15 PM
छात्र जीवन से ही मिलनी चाहिए जल-जंगल जमीन को बचाने की प्रेरणा : ओम बिरला
देहरादून, 17 नवंबर (आईएएनएस): । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के प्रेमनगर नंदा की चौकी स्थित एक स्कूल के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। उन्होंने छात्रों की प्रस्तुति और स्कूल की ओर से किए गए कामों की तारीफ की।

स्कूल के सभागार में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पर्यावरणविद पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने बैंड की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। ओम बिरला ने देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर स्कूल परिसर में एक पौधा भी लगाया। इसके साथ ही हवन यज्ञ कार्यक्रम में भी उन्होंने हिस्सा किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों की हौसलाफजाई करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड की यात्रा उन्हें नई ऊर्जा और प्रेरणा के साथ काम करने की नई दिशा देती है। विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी जीवन सबसे स्वर्णिम काल होता है, जहां वह जिंदगी को जीता है और उसके साथ-साथ अपने करियर का निर्माण भी करता है। वह अपने मित्रों और सहयोगियों के साथ लंबे समय गुजारने का अवसर विद्यालय में पाता है। विद्यालय के अध्यापक भी विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। विद्यालय में शुरुआत अगर विशिष्ट ज्ञान और गुणों से होती है तो जीवन बेहतर होता है।

उन्होंने कहा कि विद्यालय में स्थित सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा से अनुशासन और देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। देश की रक्षा करने वाले सैकड़ों सैनिकों से लेकर अधिकारियों तक इस धरती पर निवास करते हैं और उनकी इच्छा रहती है कि देहरादून में पढ़ने वाला हर विद्यार्थी अनुशासित और राष्ट्रभक्त नौजवान बने।

ओम बिरला ने आगे कहा कि पद्मश्री, पद्म विभूषण अनिल जोशी ने पर्यावरण को लेकर देश में नया जन आंदोलन खड़ा किया। जल-जंगल-जमीन को बचाने की प्रेरणा विद्यार्थियों को बाल्यकाल से मिलनी चाहिए। वह अपने जीवन को पर्यावरण के अनुकूल बनाएं। वह जल संरक्षण का प्रयास करें। हमें गर्व है कि भारत के विद्यार्थियों में ज्ञान-विज्ञान, नए विचार और शोध की अद्भुत क्षमता है और इसके साथ आध्यात्मिक ऊर्जा भी है। भौतिक संसाधनों में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत आज आध्यमिक, धर्म और संस्कारों के कारण दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। विकसित देश बनाने के लिए भारत के नौजवानों का योगदान महत्वपूर्ण है।

उन्होंने इस दौरान सभी विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे संसद में आएं और स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन के दर्शन करें, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और देश के निर्माण का रास्ता बनाया। जब हम उनके जीवन दर्शन को समझेंगे और पढ़ेंगे तो नई प्रेरणा मिलेगी। इसलिए हमने नया विचार दिया है कि भारत में पढ़ने वाला हर विद्यार्थी संसद में आए और अपने लोकतांत्रिक इतिहास के बारे में जानें। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में नेतृत्व कर रहा है। आज हर दिशा में भारत आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व क्षमता के कारण दुनिया में भारत का विश्वास बढ़ा है।




सौजन्य मीडिया ग्रुप: आईएएनएस


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