उन्होंने कहा, “यह दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार का दुर्भाग्य है कि यह लोग राष्ट्रीय राजधानी की हर समस्या का जिम्मेदार दूसरे राज्यों को ठहरा देते हैं। लेकिन, अब हम इस स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं। आज की तारीख में दिल्ली में चौतरफा धुआं फैला हुआ है। आलम यह है कि हम लोग गैस चेंबर में जीने को मजबूर हो चुके हैं। लेकिन, दुर्भाग्य देखिए कि आम आदमी पार्टी की सरकार इस दिशा में कोई भी कदम उठाती हुई नजर नहीं आ रही है। ऐसे में मेरा सीधा-सा सवाल है कि आखिर ऐसी स्थिति दिल्ली में कब तक बरकरार रहेगी।”
उन्होंने कहा, “दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी लोगों को बता रही थी कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी प्रदूषण है। लेकिन, आतिशी आपको यह समझना होगा कि दिल्ली की जनता ने आपकी पार्टी को चुनाव में विजयी दिलाकर सत्ता में पहुंचाया है, तो ऐसे में आपकी यह जिम्मेदारी बनती है कि आप दिल्ली के लोगों की समस्याओं को सुने और उसके समाधान की दिशा में कदम उठाए। दिल्ली सरकार की कार्यशैली देखिए कि वो अपनी गलती स्वीकार करने के बजाए दूसरे राज्यों को प्रदूषण का जिम्मेदार ठहरा रही है। वो कह रही है कि फलां सरकार यह कर रही है, तो फलां सरकार यह कर रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “आतिशी वर्तमान में पंजाब के किसानों द्वारा जलाई जाने वाली पराली का जिक्र नहीं कर रही है, जबकि आंकड़े यह कहते हैं कि सबसे ज्यादा पराली अगर किसी राज्य में जलाए जा रहे हैं, तो वो पंजाब है। लेकिन, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, तो ऐसी स्थिति में वो कुछ नहीं बोलेगी।”
उन्होंने आगे कहा, “राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूदा समय में 16 हजार बसों की जरूरत है। लेकिन, अभी सिर्फ 7 हजार बसें ही हैं। ऐसी स्थिति में हमारा एक ही सवाल है कि दिल्ली में बाकी बसों की आपूर्ति कब की जाएगी। दिल्ली में प्रदूषण का कारण धूल-मिट्टी है। लेकिन, अभी तक मौजूदा सरकार ने इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया है। यह सरकार एक-दूसरे को टोपी पहनाती है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब फरवरी में भाजपा की सरकार आएगी, तो दिल्ली के लोगों की सभी समस्याओं का निवारण किया जाएगा।”