इस पहल के तहत 18 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच चलने वाला 'स्वनिधि भी, स्वाभिमान भी' पखवाड़ा का शुभारंभ सोमवार से हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर विकास विभाग को निर्देशित किया है कि इस आयोजन में स्ट्रीट वेंडर्स और उनके परिवारों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप योगी सरकार द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत, टीवीसी (टाउन वेंडिंग कमेटी) के सदस्य एवं एक्टिव पथ विक्रेताओं को स्वनिधि मित्रों के रूप में चिह्नांकित किया गया है, जो अन्य स्ट्रीट वेंडर्स को योजना का लाभ दिलवाने में मदद करेंगे। साथ ही उन्हें योजना के विभिन्न प्रावधानों के बारे में जागरूक करेंगे।
योगी सरकार स्ट्रीट वेंडर्स को अधिकतम डिजिटल लेनदेन के लिए प्रेरित कर रही है। इससे पहले भी विभिन्न आयोजनों जैसे स्वनिधि दीपावली, मकर संक्रांति महोत्सव आदि में स्ट्रीट वेंडर्स को सम्मानित किया जा चुका है, जिन्होंने डिजिटल माध्यम से अधिकतम कैशबैक प्राप्त किया। यह कदम प्रदेशभर में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने और स्ट्रीट वेंडर्स की आमदनी को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
आयोजन के दौरान स्ट्रीट वेंडर्स के लिए मुफ्त चिकित्सा शिविरों और स्वास्थ्य जांच कैंपों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें उनके और उनके परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाएगा। यह पहल समाज के उस वर्ग को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचाने के प्रयास का हिस्सा है, जो आमतौर पर इन सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।
बता दें कि बीते वर्ष 1 जून और 7 जुलाई को सभी जनपदों में स्वनिधि महोत्सव का आयोजन बड़े पैमाने पर किया गया था। आयोजन में स्ट्रीट वेंडर्स और उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए थे। इसके अलावा, दीपावली मेले और मकर संक्रांति मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था, जिसमें चित्रकला, स्लोगन लेखन, मेहंदी, रंगोली, नृत्य-गायन और व्यंजन बनाने की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन आयोजनों का उद्देश्य पथ विक्रेताओं और उनके परिवारों को एक सकारात्मक और सशक्त मंच प्रदान करना था।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत उठाए गए योगी सरकार के कदम स्ट्रीट वेंडर्स के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। उन्हें न केवल आर्थिक सहायता मिल रही है, बल्कि समाज में उनके योगदान को भी सम्मानित किया जा रहा है। 'स्वनिधि भी, स्वाभिमान भी' पखवाड़ा और आगामी आयोजनों के माध्यम से योगी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि पथ विक्रेता आत्मनिर्भरता की दिशा में और अधिक सशक्त बनें।